मेरठ। मेरठ सर्किट हाउस में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), खेल एवं युवा कल्याण गिरीश चंद्र यादव ने एक संकल्प दोहराया—हर युवा को मिलेगा मंच, हर गांव में गूंजेगी खेल की ताल।” प्रदेश सरकार अब खेलों को गांव की गलियों तक ले जाने की तैयारी में है। मेरठ मंडल के खेल और युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में यादव ने साफ शब्दों में कहा—”आज प्रदेश का युवा सिर्फ मैदान में नहीं, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी दम दिखा रहा है।
यह बदलाव सरकार की सोच और संकल्प का नतीजा है।” मेरठ में बन रहा मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय अब जल्द ही आकार ले रहा है। राज्यमंत्री बोले—”ये सिर्फ एक इमारत नहीं, यह युवाओं के सपनों का केंद्र बनेगा। यहीं से निकलेंगे वे खिलाड़ी जो देश का सिर गर्व से ऊंचा करेंगे।” अब हर गांव में बनेगा ‘खेल का अड्डा’ उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर गांव में युवा मंगल दल और महिला मंगल दल का गठन शीघ्र पूरा किया जाए।
खेल सामग्री का वितरण पारदर्शी तरीके से, जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में किया जाए ताकि कोई युवा पीछे न रह जाए। जो ब्लॉक अब तक स्टेडियम से वंचित हैं, वहां जल्द से जल्द ज़मीन चिन्हित कर प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। “अब खेलों को दीवारों में नहीं, मैदानों में पनपना है”, राज्यमंत्री का यह जज़्बा बैठक में हर अफसर के चेहरों पर साफ दिख रहा था। बैठक में दिखी ‘टीमवर्क’ की झलक इस अवसर पर प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण विभाग
मनीष चौहान, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी, जिला युवा कल्याण अधिकारी, प्रादेशिक विकास दल अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी और मंडल भर के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में योजनाओं की समीक्षा के साथ-साथ युवाओं को जोड़ने की रणनीतियों पर खुलकर चर्चा हुई।