मथुरा। बरसाना थाना क्षेत्र के अंतर्गत नंदगांव में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपित को बुधवार देर शाम मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि हत्यारोपित ने दोस्त की गोली मारकर हत्या कर आरोप अपने दुश्मनों पर लगाने का षड्यंत्र रचा था लेकिन इसमें वह असफल रहा।
गौरतलब हो कि मंगलवार देरशाम हत्याकांड के बाद भूरा ने पुलिस को बताया कि कुछ बदमाशों ने भूरा और उसके साथी आसीन का जनपद मथुरा के मगोर्रा थाना क्षेत्र के अंतर्गत अपहरण कर लिया था और बरसाना के नंद गांव में स्थित कब्रिस्तान ले जाकर बदमाशों ने भूरा और आसीन को गोली मार दी, जिसमें उसके दोस्त आसीन की मौत हो गई। उसने बताया कि वह किसी तरह से अपनी जान बचा कर थाने पहुंचा है।
घटना की जानकारी मिलते ही आनन-फानन में पुलिस ने जांच शुरू करते हुए घायल युवक को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया और मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बरसाना और एसओजी पुलिस भूरा को संदेह के घेरे में लेते हुए घटनास्थल लेकर पहुंचे जहां भूरा ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस की जवाबी फायरिंग में भूरा को गोली लग गई। जिसे पुलिस ने जिला अस्पताल उपचार हेतु भेजा है।
पकड़े गए आरोपित भूरा द्वारा घटना को स्वीकार करते हुए बताया गया कि उसके खिलाफ विवेक पुत्र विजयपाल सिंह ने थाना मोगर्रा में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था और उसी मुकदमा में राजीनामा का दबाव बनाने के लिए उसने अपने दोस्त आसीन की हत्याकर विवेक व सुन्दर को फंसाने की योजना बनायी थी लेकिन पुलिस ने उसके मंसूबे असफल कर दिए।
भूरा ने बताया कि मंगलवार उसने आसीन को फोन करके मिलने के लिए कोसी बुलाया था। कोसी में दोनों ने बीयर पी और योजना के अनुसार भूरा मृतक आसीन को साथ लेकर आटो से नन्दगांव पहुंचा और नन्दगांव में कासीराम आवास कालोनी के पास कब्रिस्तान में आसीन पर तमंचे से फायर कर उसको मौत के घाट उतार दिया और झूठी कहानी बनाते हुए थाने पहुंचा। इस दौरान उसने तमंचे से अपने ही सिर पर प्रहार कर स्वयं को लहूलुहान कर लिया और तमंचा को तथा आसीन के फोन को वहीं पर झाड़ियों में फेंक कर चौकी नन्दगांव पहुंच कर अपनी योजना के अनुसार पुलिस को सुन्दर व विवेक के नाम बता कर झूठी कहानी बताई।
भूरा को बुधवार शाम बरसाना और एसओजी पुलिस घटनास्थल पर मृतक के मोबाइल व आला कत्ल की बरामगदी के लिए ले जा रही थी कि भूरा कब्रिस्तान की चार दीवारी के बराबर खड़ी झाड़ियों में से मृतक का मोबाइल फोन बरामद कराया और झाड़ियों में रखे तमंचे से पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने बचाव करते हुए जवाबी फायरिंग की, जिसमें भूरा के पैर में गोली लग गई और पुलिस ने उसे घायलावस्था में अस्पताल में भर्ती कराया।