नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक बार फिर यह दावा किया है कि उनके प्रयासों से भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रोकने को लेकर समझौता हुआ।
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व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रंप ने दावा किया कि ऐसा करने के लिए उन्होंने व्यापार को हथियार बनाया। व्यापार का इस्तेमाल करना उनके प्रशासन की नीति का प्रमुख हिस्सा रहा है।
ट्रंप ने स्पष्ट किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान से व्यापार के मुद्दे पर बातचीत की। उन्होंने बताया, “मैंने कहा, अगर आप संघर्ष रोकते हैं, तो हम व्यापार करेंगे। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो हम व्यापार नहीं करेंगे।”
राष्ट्रपति ट्रंप ने भारतीय और पाकिस्तानी नेताओं के नेतृत्व क्षमता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने स्थिति की गंभीरता को समझा और सहयोग किया।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मेरी प्रशासन ने सक्रिय कूटनीति के माध्यम से दोनों पक्षों को तुरंत युद्धविराम पर राजी करवाया,” ट्रंप ने कहा। “हमने तनाव को और भड़कने से बचाने के लिए मध्यस्थता की, जिससे झड़पें रुकीं और शांति बहाल हुई।” “भारत और पाकिस्तान—दोनों के पास बहुत सारे परमाणु हथियार हैं,” उन्होंने चेतावनी दी। “यदि संघर्ष जारी रहा, तो परिणाम विनाशकारी होते। इसलिए ceasefire तय होना हमारी प्राथमिकता थी।”
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ट्रंप ने आगे कहा कि युद्धविराम बरकरार रहने पर अमेरिका दोनों देशों के साथ व्यापारिक रिश्तों को भी बढ़ावा देगा। “शांति और स्थिरता के बिना विकास संभव नहीं है,” उन्होंने जोर देकर कहा। “हम शीघ्र ही इन देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों पर भी काम करना चाहेंगे।”