शामली। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में परिवहन विभाग की अनदेखी के चलते ओवरलोड मिट्टी के डंपर सड़कों पर खुलेआम दौड़ रहे हैं, जो बड़े हादसों का कारण बन रहे हैं। स्थानीय खनन माफियाओं की सक्रियता और विभागीय लापरवाही से न केवल राजस्व को भारी क्षति हो रही है, बल्कि आम यात्रियों की जान-माल को भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
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शामली कलेक्ट्रेट चौराहा से कुडाना मार्ग पर उड़ीसा रजिस्ट्रेशन वाले भारी ओवरलोड डंपर लगातार आवागमन कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, ये वाहन बनतीखेड़ा इलाके के खनन माफिया – एक चर्चित सरगना – के अधीन चल रहे हैं। बताया जाता है कि बिना अनुमति के कुडाना के जंगलों में आधुनिक मशीनों से अवैध रूप से मिट्टी खनन कर इन डंपरों में भरवाई जाती है और नवनिर्मित कालोनियों में तगड़ी कीमतों पर बेची जाती है।
खनन माफिया के वाहनों को सड़कों पर चलाने की अनुमति “एंट्री सुविधा शुल्क” के नाम पर अंकित की जाती है। परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा इसी नाम पर वसूली की जा रही है, लेकिन ओवरलोडिंग रोकने या कानूनी कार्रवाई तो बहुत दूर, गति नियमों का भी उल्लंघन नहीं रुक रहा।
स्थानीय यातायात अधिकारी चेतावनी देते हैं कि ओवरलोड डंपर ब्रेक फेल, टायर फटने या अचानक ओवरटेक के दौरान बड़े हादसों का कारण बन सकते हैं। इससे पहले भी इस मार्ग पर कई छोटे-मोटे दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें बुरी तरह घायल चालक व राहगीर हुए।
परिवहन विभाग, राजस्व विभाग व खनन अधिकारियों के समन्वित दायित्व के बावजूद ओवरलोडिंग पर अंकुश नहीं लगाया जा सका। स्थानीय निवेशक एवं नागरिक मोर्चा के संयोजक रवि गुप्ता कहते हैं, “खनन माफिया हर स्तर पर अधिकारियों की जी-हुजूरी में व्यस्त है, इसलिए कोई शासकीय कार्रवाई नहीं होती। साधारण गंभीर यातायात रोधी वाहन तक को पुलिस रोक लेती है, मगर इन डंपरों को कोई छू नहीं रहा।”
रिवहन विभाग से वसूली बंद कर ओवरलोडिंग पर फौरन मुकदमे दर्ज करने की मांग, पुलिस व यातायात फोर्स द्वारा कैबिन, ब्रेक, टायर आदि की नियमित जांच, राजस्व व खनन विभाग को अवैध खनन पर पिलर शुल्क व लाइसेंस की स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए, प्रशासन–पुलिस–नागरिक प्रतिनिधियों की बैठक, ताकि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित हो।
स्थानीय नागरिक और व्यापारी आशंका जता रहे हैं कि बिना प्रभावी नियंत्रण के कोई बड़ा हादसा होना तय है। शामली प्रशासन और परिवहन विभाग को शीघ्र पहल करते हुए खुलेआम भागती इन ओवरलोड मिट्टी डंपरों को धर दबोचना होगा, अन्यथा अगली दुर्घटना अनहोनी से हो सकती है।