Sunday, December 22, 2024

नोएडा के लिए 6,920 करोड़ का बजट पास,जमीन अधिग्रहण के लिए खर्च होंगे 1500 करोड़

नोएडा। नोएडा के विकास के लिए वित्तीय साल 2023-24 के लिए 6,920 करोड़ का बजट पास किया गया है। ये बजट 209वीं बोर्ड में अवस्थापन एवं औद्योगिक विकास आयुक्त व नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में पास किया गया। इस मौके पर प्रमुख सचिव अवस्थापन एवं औद्योगिक नरेंद्र भूषण, सीईओ नोएडा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण रितु माहेश्वरी, यमुना विकास प्राधिकरण की एसीईओ मोनिका रानी के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

वित्तीय वर्ष 2023-23 में कुल खर्च करने का लक्ष्य 6,503 करोड़ रूपए रखा गया है जिसे बढ़ाया गया है। दरअसल 2022-23 में 4,880.62 करोड़ का बजट था। जिसमें 4579.52 करोड़ विकास पर खर्च होने थे। लेकिन, राजस्व 132 प्रतिशत अधिक और खर्चा बजट से 108 प्रतिशत अधिक हुआ। यानी विगत वर्ष में आय और व्यय दोनों ही निर्धारित लक्ष्य ये ज्यादा हुआ। इसकी बड़ी वजह औद्योगिक, आवासीय, ग्रुप हाउसिंग और वाणिज्यिक भूखंडों का ई ऑक्शन रहा। लैंड बैंक बढ़ाने में 1500 करोड़ और विकास पर 1906 करोड़ होंगे खर्च।

प्राधिकरण अपना लैंड बैंक बढ़ाने जा रहा है। नोएडा क्षेत्र के लिए 500 करोड़ और न्यू नोएडा (डीएनजीआईआर) के लिए 1000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। वहीं विकास कार्यों पर 1906 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें निमार्णाधीन परियोजनाएं सेक्टर-96 में प्रशासनिक कार्यालय, चिल्ला रेगुलेटर से महामाया फ्लाई ओवर तक एलिवेटड रोड, अगाहपुर से भंगेल एलिवेटड रोड, एक्सप्रेस वे चैनेज 2.36 और चैनेज 10.3 पर अंडरपास का निर्माण व कुछ नए सेक्टर शामिल किए गए है।

गांवों के विकास के लिए नोएडा प्राधिकरण इस बार 141 करोड़ रुपए खर्च करेगा जिसमें गांवों में साफ-सफाई, सड़क की मरम्मत, शहरी अनुरक्षण कार्य शामिल है।

शहर में बहुमंजिला इमारतों के स्ट्रक्च र ऑडिट के लिए पैनल का गठन किया गया है। प्राधिकरण के बोर्ड मैंबरों ने इस पैनल को हरी झंडी दे दी है। इस पैनल में सात संस्थाओं को शामिल किया गया है। जिसमें दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी दिल्ली, आईआईटी कानपुर, एमएनआईटी इलाहाबाद, बीआईटीएस पिलानी, एएमयू अलीगढ़, एमएनआईटी जयपुर और सीबीआरआई रुड़की है। पालिसी के तहत आंशिक और पूर्ण सीसी प्राप्त होने पर ऑनलाइन आवेदन पत्रों के साथ गठित किए गए पैनल में किसी एक संस्था से स्ट्रक्च र ऑडिट की रिपोर्ट प्राप्त कर उसे लगाना अनिवार्य है।

नोएडा और ग्रेटर नोएडा से निकलने वाले म्यूनिसिपल सॉलिड वेस्ट की प्रोसेसिंग एवं सांटिफिक डिस्पोजल के लिए अस्तौली ग्रेटर नोएडा में प्लांट लगाया जाएगा। दो कंपनियां प्लांट लगाएंगी। पहली इंडो एनवायरो इंटीग्रेटड सोल्यूशन लिमिटेड/एवर एनवायरो रिसोर्सेस मैनेमेंट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 300 टीडीपी क्षमता का बायो सीएनजी प्लांट (निस्तारण ग्रेटर नोएडा का 100 टीडीपी नोएडा का प्राधिकरण 200 टीडीपी) और दूसरा प्लांट एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड की ओर से 1100 टीडीपी (नोएडा का 600 टीडीपी और ग्रेटर नोएडा का 500 टीडीपी)। मिक्स वेस्ट से टोरिफाइड चारकोल बनाया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण को कोई खर्च नहीं करना होगा। बल्कि सिर्फ जमीन देनी होगी।

इसके साथ साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए निर्माण के लिए दूसरे चरण के लिए मार्च 2023 तक नोएडा प्राधिकरण की ओर से 4 किस्तों में 1359 करोड़ 12 लाख 80 हजार 170 रुपए का भुगतान किया जा चुका है। बोर्ड मैंबर के सामने इसका पूरा लेखा जोखा रखा गया। जिसमें बताया गया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के लिए कुल 37.5 प्रतिशत की अंश धारिता है।

 

 

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