नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि अब देश में खेल और खिलाड़ियों को सशक्त बनाने की दृष्टि से देखा जा रहा है। पहले देश के नौजवानों में खेल का जज्बा होता था, लेकिन संसाधनों की कमी और सरकारी सहयोग का अभाव आड़े आ जाता था। अब हमारे खिलाड़ियों की इस चुनौती का समाधान हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार दोपहर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जयपुर महाखेल के प्रतिभागियों को संबोधित किया। जयपुर महाखेल का आयोजन, जयपुर ग्रामीण से लोकसभा सदस्य राज्यवर्धन सिंह राठौर द्वारा 2017 से किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजस्थान ने देश को कई खेल प्रतिभाएं दी हैं और कई पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया है।
उन्होंने कहा, “इतिहास गवाह है कि इस वीर भूमि के बच्चे अपने शौर्य से युद्ध के मैदान को खेल के मैदान में बदल देते हैं। इसलिए अतीत से लेकर आज तक जब भी देश की सुरक्षा का सवाल उठता है, तो राजस्थान के युवा किसी से पीछे नहीं रहते हैं।”
नरेन्द्र मोदी ने देश के युवाओं से ‘श्री अन्न’ यानी मोटे अनाज का ब्रांड एम्बेसडर बनने की अपील की है। उनसे इसके लाभ के बारे में स्कूल कॉलेजों में चर्चा करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मना रहा है और राजस्थान बाजरा की एक बहुत ही समृद्ध परंपरा का घर है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि कार्यक्रम में 125 से अधिक लड़कियों की टीमों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने खेल महाकुंभ को खेलों के क्षेत्र में बड़े बदलाव का सूचक बताया। उन्होंने बताया कि इस बार सबसे ज्यादा बजट राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय को दिया गया है। इससे खेल प्रबंधन और खेल प्रौद्योगिकी जैसे सभी संबंधित विषयों में युवाओं को कई अवसर प्राप्त होंगे।
प्रधानमंत्री ने खेल को एक विशाल उद्योग बताया, जिसमें विशेष रूप से एमएसएमई क्षेत्र में कई रोजगार सृजित करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि बजट में घोषित पीएम कौशल सम्मान से स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा। सभी खेल उपकरण छोटे और मध्यम स्तर के उद्योगों द्वारा निर्मित किए जाते हैं। पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना छोटे व्यवसायों के लिए नए अवसर पैदा करने में मदद करेगी।
जयपुर महाखेल में भाजपा सांसद राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि पिछली सरकारों में खिलाड़ी और खेलों की दुर्दशा रही, लेकिन अब सरकार खिलाड़ियों को सुविधा और सम्मान प्रदान कर रही है।
उल्लेखनीय है कि महाखेल 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के दिन शुरू हुआ था। इस आयोजन में 450 से अधिक ग्राम पंचायतों, नगर पालिकाओं और सभी 8 विधानसभा क्षेत्रों के वार्डों के 6,400 से अधिक युवाओं व खिलाड़ियों की भागीदारी देखी गयी।