लखनऊ। सोशल मीडिया पर योगी सरकार और केंद्र सरकार को घेरने की अखिलेश यादव की कोशिश एक बार फिर नाकाम हो गई। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक वीडियो के जरिए भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश की लेकिन उनका यह दांव उलटा पड़ गया। यूजर्स की घेराबंदी के बाद उन्होंने पहले तो वीडियो पोस्ट को एडिट किया और फिर बाद में पोस्ट को डिलीट कर दिया।
दरअसल सपा मुखिया अखिलेश यादव जिस वीडियो के सहारे केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा करना चाहते थे वह वीडियो बंगाल में ईडी की कार्रवाई का निकला। जब यूजर्स ने उन्हें आइना दिखाया तो आनन-फानन में अखिलेश को ट्वीट डिलीट करना पड़ा। हालांकि, तब तक ट्विटर यूजर्स ने उन पर खूब सवाल उठाए।
पकड़ा गया अखिलेश का झूठ
अखिलेश यादव ने रविवार सुबह एक वीडियो ट्वीट किया। इस वीडियो में एक व्यक्ति नोटों के बंडल को कैश मशीन पर गिन रहा था। अखिलेश यादव ने ट्वीट के साथ लिखा, ‘सूरत में काले धन का अंबार… इसे कहते हैं चिराग तले अंधेरा। इसके बाद पूर्वाह्न 9:9 बजे अखिलेश ने इस ट्वीट को अपडेट किया और कैप्शन बदलकर लिखा, ‘कालेधन का अंबार… इसे कहते हैं चिराग तले अंधेरा।’ बाद में उन्होंने यह ट्वीट डिलीट कर दिया। लेकिन तब तक अखिलेश यादव का ट्वीट वायरल हो चुका था।
दरअसल, जिस वीडियो को वह सूरत में काले धन का अंबार बताकर भाजपा सरकार को बदनाम करना चाहते थे, वह बंगाल का निकला। यह पता लगते ही उन्होंने पहले तो ट्वीट को एडिट कर उससे सूरत का नाम हटाकर वीडियो को सही ठराने की कोशिश की लेकिन यह तरकीब भी काम नहीं आई। उन्होंने ट्वीट ही डिलीट कर दिया। दरअसल यह वीडियो कोलकाता में ईडी की कार्रवाई से संबंधित था। जब यह बात प्रकाश में आई तो पासा उल्टा पड़ता देख अखिलेश ने ट्वीट को डिलीट करने में ही भलाई समझी।