मेरठ। सुभारती विवि में महिला स्वास्थ्य पर विशेष बातचीत सत्र में संकायाध्यक्ष डॉ जैस्मिन आनंदाबाई ने कहा कि महिला स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आज के समाज की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है क्योंकि महिला स्वस्थ्य होगी तभी राष्ट्र का भविष्य है क्योंकि जननी से ही विश्व का निर्माण हुआ है जननी के बिना इस विश्व में कुछ भी संभव नहीं है।स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय में शारीरिक शिक्षा विभाग एवं विश्वविद्यालय महिला सशक्तिकरण समिति के संयुक्त प्रावधान में महिला स्वास्थ्य पर विशेष बातचीत सत्र में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर डॉ जैस्मिन आनंदाबाई द्वारा बताया गया कि महिलाओं को बहुत सारी समस्याएं रहती हैं।
फिर भी वह कुछ हद तक सहन करती है। लेकिन एक समय ऐसा आता है कि उन्हें भी आवश्यकता है कि समाज उनके स्वास्थ्य के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करें। मुख्य वक्ता के द्वारा बताया गया कि महिलाएं अपने स्वास्थ्य को किस तरह से अच्छा रख सकती हैं और एक स्वस्थ जीवन जीने की दिशा में आगे बढ़ सकती हैं। मुख्य वक्ता के द्वारा बताया गया कि अगर मां स्वस्थ होगी तभी जो बच्चा है वह भी स्वस्थ होगा और अगर बच्चा स्वस्थ होगा तभी हम एक अच्छे स्वस्थ राष्ट्र एवं स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं। इस सत्र में विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और महिला स्वास्थ्य के प्रति अपने आप को जागरूक किया।
कार्यक्रम की संयोजक डॉ मंजू अधिकारी द्वारा कहा गया कि महिला स्वास्थ्य बातचीत सत्र के द्वारा विश्वविद्यालय की विभिन्न छात्र-छात्राओं महिला अध्यापकों को स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए।कार्यक्रम की संयोजक डॉ मंजू अधिकारी द्वारा कहा गया कि महिला स्वास्थ्य बातचीत सत्र के द्वारा विश्वविद्यालय की विभिन्न छात्र-छात्राओं महिला अध्यापकों को स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए।