चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को खाने के बिल पर घेरने वाले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान खुद चाय-नाश्ते के बिल को लेकर विवादों में घिर गए हैं। महज 14 महीने में मुख्यमंत्री कार्यालय का करीब 31 लाख रुपये से अधिक का चाय-नाश्ते का बिल आ गया है। पटियाला निवासी गुरजत सिंह गोपालपुरी ने आरटीआई के जरिए यह जानकारी हासिल की है।
आरटीआई के तहत मिली जानकारी में कहा गया है कि मार्च 2022 का चाय-नाश्ते का बिल 3.38 लाख रुपये था। मार्च के बाद अप्रैल 2022 में 2 लाख 73 हजार 788, मई में 3 लाख 55 हजार 795, जून में 3 लाख 25 हजार 248, जुलाई में 2 लाख 58 हजार 347, अगस्त में 2 लाख 33 हजार 305, सितंबर, अक्टूबर में 2 लाख 82 हजार 347 1 लाख 64 हजार 573, 1 नवंबर 1 लाख 39 हजार 630, दिसंबर 1 लाख 54 हजार 594 खर्च किया गया है। जनवरी 2023 में चाय पर 1 लाख 56 हजार 720, फरवरी में 1 लाख 62 हजार 183, मार्च में 1 लाख 73 हजार 208 और अप्रैल में 1 लाख 24 हजार 451 रुपये खर्च किए गए।
उपरोक्त बिल सिर्फ मुख्यमंत्री कार्यालय के थे। वहीं भगवंत मान के रिहायश पर हुई बैठकों के बिल अगल से तैयार किए जाते हैं। कुछ महीने पहले बठिंडा के आरटीआई कार्यकर्ता संजीव गोयल की तरफ से मुख्यमंत्री निवास पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा गया था। इसमें मार्च 2022 से जनवरी 2023 की जानकारी साझा की गई।
मुख्यमंत्री मान की चंडीगढ़ स्थित रिहायश पर हुई सरकारी बैठकों में चाय, पानी और खाने आदि पर 11 महीनों में 24 लाख 96 हजार 640 रुपये खर्च किए गए।