मुजफ्फरनगर। जिले के गांव बहादरपुर गढ़ी में हुए विकास कार्यों में धांधली का आरोप लगाया गया था। उसी क्रम में जल निगम के एक्सईएन परवीन पुट्टी ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और शिकायतकर्ताओं की शिकायत सुनकर जांच की। इससे पूर्व भी ग्राम प्रधान तनु चौधरी के विकास कार्यों की जांच हो चुकी है।
शिकायत कर्ताओं का मत है कि पहली जांच में भी ग्राम प्रधान तनु चौधरी दोषी पाई गई है। गांव में लगे नलकूप के बोर और पथ प्रकाश को लेकर ग्रामीणों ने शिकायत की थी ग्रामीणों ने जांच अधिकारी प्रवीण पुट्टी की जांच पर भी सवांलिया निशान लगाया। एक्सईएन प्रवीण पुट्टी ने कहा कि जांच कर ली गई है और इसकी रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को सौंपी जाएगी। इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा और कई बार शिकायतकर्ता वह प्रधान प्रतिनिधि मोनू के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई।
ग्राम प्रधान तनु चौधरी की शिकायत करने वाले रणतेज बालियान का कहना है की ग्राम प्रधान तनु चौधरी पर पहली जांच में भी ढाई लाख रुपए की रिकवरी निकली थी। कहा कि आज अंतरिम जांच के लिए जल विभाग के एक्सईएन प्रवीण पुट्टी आए थे। जिन्होंने प्रकाश पत्र और नलकूप के रिबोर का निरीक्षण कर रिपोर्ट बनाई है बालियान ने एक्सईएन की जांच पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि वह 50-50 प्रतिशत संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में भ्रष्टाचार पर रोक लगी है लेकिन हमारे गांव में ग्राम प्रधान द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
गांव के अमित बालियान ने ग्राम प्रधान तनु चौधरी पर आय से ज्यादा संपत्ति होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन पर सिर्फ 6 बीघा जमीन है। और ना ही उनका कोई व्यवसाय है। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान तनु चौधरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि 6 वाहन है और पता नहीं पैसा कहां से आ रहा है। उन्होंने कहा कि गांव में विकास कार्यों के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है और ग्राम प्रधान का भाई हिस्ट्रीशीटर है। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान के भाई ने ग्राम के लोगों पर जबरदस्ती दबाव जांच को प्रभावित किया है।