मेरठ। मेरठ से लेकर ऋषिकेश तक अधिकारी कांवड़ यात्रा की तैयारियों में जुटे हैं। 4 जुलाई से कांवड़ यात्रा के लिए शिवभक्तों का आना शुरू हो जाएगा। चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग पर कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे व आईजी जोन नचिकेता झा ने निरीक्षण किया। अधिकारियों को कांवड़ यात्रा के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
कांवडियों को पुलिस, स्वास्थ्य पीकेट, भोजन के लिए भंडारा और शिवालयों की तरफ जाने वाले मार्ग की जानकारी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। मोबाइल पर एप खोलते ही कांवड़ियों को सभी सुविधाओं से संबंधित जानकारी मिल जाएगी।
साथ ही एप पर ही सीमा क्षेत्र के संबंधित अधिकारी के नाम और मोबाइल नंबर भी मिलेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन कांवड यात्रा शुलभ मेरठ के नाम से एप तैयार करा रहा है। इससे शिवभक्त अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर सभी सुविधाओं की जानकारी प्राप्त कर लाभ ले सकेंगे।
शिवभक्त कांवडियों को मार्ग में किसी तरह की दिक्कत न होए जरूरत पड़ने पर सुविधाएं मिल जाएं। इसके लिए जिला प्रशासन ने सभी कांवडियों को मोबाइल एप से जोड़ने का निर्णय लिया है। एप कुछ इस तरह काम करेगा। उदाहरण के तौर पर अगर आप हरिद्वार से दिल्ली के लिए कांवड़ लेकर मार्ग पर पैदल यात्रा कर रहे हैं।
मुजफ्फरनगर सीमा से निकलते रास्ता भटक गए हैं तो अपने मोबाइल पर एप खोलकर सही मार्ग तलाश सकते हैं। इतना ही नहीं अगर किसी शिवभक्त को भोजन की इच्छा है, या फिर थकान के कारण बुखार अथवा अन्य कोई बीमारी हो गई तो उनको मोबाइल एप से स्वास्थ्य शिविर और भंडारे की जानकारी ली जा सकती है। अगर मार्ग पर कांवड़ियों को असामाजिक तत्वों से दिक्कत है या फिर किसी अपराधिक घटना की संभावना है तो वह क्षेत्रीय उप जिलाधिकारी, सीओ, इंस्पेक्टर के मोबाइल नंबर पर फोन करके सूचना दे सकेंगे।