लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एवं उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्त पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 66 समीक्षा अधिकारी, 204 अनुदेशक (प्राविधिक शिक्षा विभाग) एवं 130 कनिष्ठ सहायक (लोक निर्माण विभाग) (कुल 400) को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप हम काम कर रहे हैं। हमारा मिशन रोजगार जारी है। उत्तर प्रदेश की नौकरियों में अब किसी तरह का भेदभाव नहीं होता। अब भाई-भतीजावाद को जगह नहीं मिल रही है। 2017 से पहले भर्तियों में भेदभाव होता था। अब पारदर्शी तरीके से भर्ती व नियुक्ति हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले छह साल में छह लाख नियुक्ति उत्तर प्रदेश में हुई। नियुक्ति प्रक्रिया अब कोर्ट में नहीं जाती। पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से काम हो रहा है। चयन आयोग पर अब सवाल नहीं उठता।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर है। यहां पर नए रोजगार का सृजन हो रहा है। उत्तर प्रदेश के युवाओं को अब अपने ही राज्य में रोजगार मिल रहा है। यूपी में एमएसएमई सेक्टर को नई पहचान मिली। अब यूपी वालों के लिए पहचान का संकट समाप्त हो गया है।
कार्यक्रम में प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद और प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल भी उपस्थित रहे।