मुजफ्फरनगर। जनपद में एक गरीब भिखारी पर बारिश कहर बनकर टूट पड़ी। भिखारी ने जब देखा कि पोटली में रखें उसके नोट भीग गए हैं, तो वह बिलख बिलख कर रोने लगा। बोल पाने में नाकाम भिखारी की हालत देखकर ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी संवेदना में डूब गए।
पुलिसकर्मी समझ गए कि गरीब भिखारी की जिंदगी भर की कमाई खतरे में पड़ गई है इसलिए वह रो रहा है। पोटली खुलवाकर पानी में भीगे नोटों को ट्रैफिक पुलिस ने अपनी निगरानी में सड़क पर सुखवाया।
मुजफ्फरनगर में बारिश से काफी नुकसान हुआ है। नदियां उफान पर हैं और बाढ़ के चलते हजारों किसानों की फसलें जलमग्न होकर बर्बाद हो गई। बारिश के प्रभाव से किसान से लेकर व्यापारी तक बच ना सका।
रविवार को बारिश के चलते एक गरीब भिखारी पर भी विपदा आ पड़ी। अचानक आई फुआर में उसकी पोटली बारिश के पानी से भीग गई। पोटली को भीगता देख भिखारी आंसुओं से रोने लगा। राहगीर गरीब की मुश्किल समझ नहीं पाए। बोल पाने में अक्षम भिखारी ने जल्दी-जल्दी कर अपनी पोटली खोली।
मीनाक्षी चौराहा पर ड्यूटी दे रहे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को माजरा समझ आ गया। उन्होंने भिखारी की पोटली से भीख मांग कर जमा की गई उसकी जिंदगी भर भीख मांग कर जमा की रकम बाहर निकाली। नोट भीग कर गलने की स्थिति में पहुंच गए थे। ट्रैफिक पुलिस कर्मी प्रदीप शर्मा ने बताया कि उन लोगों ने नोटों को अपनी निगरानी में सुखवाए और भिखारी को तसल्ली देकर चुप किया। बताया कि वह बोल नहीं पाता। इसलिए अपने मुंह से घटना बता नहीं पा रहा था।