मुजफ्फरनगर। उत्तराखंड में आई आसमानी आफत ने ऐसी तबाही मचाई कि उत्तराखंड से निकलते ही गंगा यमुना और हिंडन सहित कई नदियों में बाढ़ आने से किसानों की फसलें तो तबाह हो ही गई बल्कि बहुत घरों में भी पानी ने घुसकर लोगों का काफी नुकसान किया है।
जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरनगर में गंगा के खादर क्षेत्र में दर्जनों गांव बाढ़ से प्रभावित है खेत पूरी तरह से जलमग्न है और गांव भी पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं वही हिंडन नदी के किनारे भी कई दर्जन गांव प्रभावित है जहां किसानों की फसलें नष्ट हो गई है सदर तहसील के गांव लछेड़ा में दर्जनों घरों में पानी घुस आया है यहां तक कि एक धार्मिक स्थल जाहरवीर गोगा जी महाराज की महाडी में भी पानी घुस गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि म्हाडी के पुजारी को कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने म्हाडी से बाहर निकाला किसानों की फसलें भी पूरी तरह से तबाह हो चुकी है चाहे वह गन्ने का किसान हो या सब्जी का किसान उनकी चारे सहित सभी फसल नष्ट हो गई है काली नदी के किनारे खेतों में 20 से 30 फुट पानी भरा हुआ है। जैसे ही गांव में पानी के आने की सूचना चरथावल विधायक पंकज मलिक को लगी तो पंकज मलिक ग्रामीणों के बीच पहुंचे उन्होंने सरकार से किसानों के मुआवजे की मांग की उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार इस बार किसानों के साथ न्याय करेगी और उनके नुकसान का उचित मुआवजा देगी।