नई दिल्ली। राज्य सभा के उपाध्यक्षों के पैनल में पीटी उषा समेत चार महिला सांसदों को नामित किया गया है। खास बात है कि उपाध्यक्षों के पैनल में नामांकित की गई सभी महिला सदस्य पहली बार राज्य सभा की सांसद बनी हैं। मानसून सत्र से पहले पुनर्गठित पैनल में कुल आठ नाम हैं, जिनमें से आधी महिलाएं हैं।
उच्च सदन (राज्यसभा) के इतिहास में यह पहली बार है कि उपाध्यक्षों के पैनल में महिला सदस्यों को समान प्रतिनिधित्व दिया गया है। राज्य सभा के सभापति ने उपाध्यक्षों के पैनल में लैंगिक समानता लाते हुए पचास प्रतिशत महिला सदस्यों को नामांकित किया।
सभापति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को सदन की कार्यवाही के दौरान उपाध्यक्षों के पैनल व इसमें चार महिला सांसदों को नामित करने की जानकारी दी। सभापति ने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने बताया कि एस. फांगनोन कोन्याक नागालैंड से राज्य सभा सदस्य के रूप में निर्वाचित होने वाली पहली महिला हैं।
उपाध्यक्षों के पैनल में नामांकित महिला सदस्यों में शामिल पीटी उषा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित हैं और प्रसिद्ध एथलीट हैं, उन्हें जुलाई, 2022 में राज्य सभा के लिए नामांकित किया गया था। वह रक्षा समिति, युवा मामले और खेल मंत्रालय की सलाहकार समिति और नैतिकता समिति की सदस्य हैं।
वहीं, एस. फांगनोन कोन्याक नागालैंड से राज्य सभा सदस्य के रूप में निर्वाचित होने वाली पहली महिला और संसद या राज्य विधानसभा के किसी भी सदन के लिए चुनी जाने वाली राज्य की दूसरी महिला हैं। वह परिवहन, पर्यटन और संस्कृति समिति, उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्रालय की सलाहकार समिति की सदस्य हैं। महिला सशक्तिकरण समिति, हाउस कमेटी और उत्तर-पूर्वी इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य और चिकित्सा विज्ञान संस्थान, शिलांग की गवर्निंग काउंसिल की सदस्य हैं।
इस पैनल की तीसरी सदस्य डॉ. फौजिया खान हैं। वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से सांसद हैं। वह अप्रैल, 2020 में सभा राज्य के लिए चुनी गईं। वह महिला सशक्तिकरण समिति, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण समिति, कानून और न्याय मंत्रालय की सलाहकार समिति की सदस्य भी हैं।
बीजू जनता दल से राज्यसभा सांसद सुलता देव भी पैनल में शामिल हैं। वह जुलाई, 2022 में राज्यसभा के लिए चुनी गईं। वह उद्योग समिति, महिला सशक्तिकरण समिति, लाभ के पद संबंधी संयुक्त समिति, संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीएलएडीएस) समिति और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की सलाहकार समिति की सदस्य हैं।
उपरोक्त महिला सदस्यों के अलावा वी. विजयसाई रेड्डी, घनश्याम तिवाड़ी, डॉ. एल. हनुमंथैया और सुखेंदु शेखर रे को भी उपाध्यक्षों के पैनल में नामित किया गया है। इसके अलावा एक और उल्लेखनीय उपलब्धि के रूप में, राज्य सभा के सभापति ने पूरी तरह से डिजिटल काम करना शुरु कर दिया है।
राज्य सभा के सभापति अब सदन के कामकाज का संचालन जैसे सदन में उपस्थिति, बोलने वाले सदस्यों के विवरण और अन्य प्रासंगिक जानकारी से संबंधित मामलों के लिए इलेक्ट्रॉनिक टैबलेट का उपयोग करेंगे।