मेरठ। मेरठ कैंट में विवादित मकान को खाली कराने के लिए गुरुवार को फिर से सदर बाजार पुलिस पहुंच गई। यह देखकर किराएदार ने लोगों को इकट्ठा कर लिया और जमकर हंगामा किया। मामला तूल पकड़ता देखकर पुलिस वापस लौट गई।
सदर बाजार थाना क्षेत्र में कैंट बोर्ड कार्यालय के पीछे बीना मेहरा का मकान है। बीना का मकान को लेकर किराएदार शैलेंद्र सिंह से विवाद चल रहा है। बीना मेहरा ने कैंट बोर्ड में मकान के जर्जर होने का हवाला देकर पत्र दिया था। इसके बाद कैंट बोर्ड की टीम पुलिस के साथ पहुंची और मकान के आगे का हिस्सा बुलडोजर से गिरा दिया। मौके पर पहुंचे शैलेंद्र सिंह के परिवार ने इसका विरोध किया और जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान दरोगा श्योराज सिंह ने शैलेंद्र के बेटे को ठोक देने की धमकी दी। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया।
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने भी पीड़ित परिवार से मिलकर कानूनी सहायता करने का आश्वासन दिया था। गुरुवार को सदर बाजार पुलिस कैंट बोर्ड के आदेश के बिना फिर से मकान खाली कराने पहुंच गई। इस पर शैलेंद्र सिंह ने अपने परिवार के लोगों को इकट्ठा कर लिया और जमकर हंगामा किया। इस दौरान लोगों की पुलिस से जमकर कहासुनी हुई। मामले को तूल पकड़ता देखकर पुलिस वापस लौट गई। इसके बाद किराएदार ने मकान मालकिन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कैंट बोर्ड ऑफिस में जमकर हंगामा किया।
शैलेंद्र की पत्नी नीतू सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह सदर बाजार पुलिस उनके घर पहुंची और जबरन सामान बाहर निकालने लगी। उन्होंने कैंट बोर्ड का आदेश दिखाने के लिए कहा तो पुलिसकर्मियों ने महिलाओं से अभद्रता की। हंगामा बढ़ने पर मीडिया कर्मी आ गए। इसके बाद पुलिस कर्मी वापस लौट गए।
शैलेंद्र सिंह का कहना है कि बीना मेहरा का केमिकल का व्यापार है। संपत्ति खाली कराने का विवाद कोर्ट में विचाराधीन है। इसके बावजूद षड्यंत्र रचकर मकान में आग लगवा दी गई। इसके बाद बीना छावनी परिषद और पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर मकान खाली कराना चाहती है।
कैंट बोर्ड के असिस्टेंट इंजीनियर पीयूष गौतम का कहना है कि इस संबंध में उनके द्वारा पुलिस को कोई आदेश नहीं दिया गया था। पुलिस किसके आदेश पर मकान खाली कराने पहुंची, इसकी जानकारी नहीं है।