मेरठ- मेरठ में स्पोर्ट्स सिटी चौराहे पर लगी विश्व विजेता एथलीट नीरज चोपड़ा की मूर्ति से भाला चोरी की चर्चा सारा दिन बनी रही। मंगलवार देर शाम जिला प्रशासन ने कहा कि भाला चोरी नहीं हुआ है बल्कि उसे मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) ने हटाया था।
दरअसल, इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने इसका संज्ञान लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने पुलिस उपाधीक्षक किठौर को जांच सौंपी ।
पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की और आसपास का सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो वास्तविकता सामने आई। जिसके बाद एमडीए ने स्पष्ट किया कि विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा की प्रतिमा के हाथो में प्लास्टिक का भाला लगाया गया था। उद्योग बंधुओं की बैठक में शहर के उद्योगपतियों ने विश्व चैंपियन की गरिमा को ठेस पहुंचाने की बात कहकर इस बात पर आपत्ति जताई थी।
मेरठ के जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा ने आज यहां पत्रकारों को बताया कि उद्योगपतियों की आपत्ति पर प्लास्टिक का भाला हटा दिया गया था, जिसे लोगों ने भाला चोरी समझा और इसका वीडियो वायरल हो गया। उन्होंने बताया कि प्रतिमा पर फिर से धातु का भाला लगाया जा रहा है।
बता दें कि कुछ माह पहले ही हापुड़ अड्डा चौराहे का कायाकल्प किया गया है। यहां स्पोर्टस सिटी के प्रमोशन के लिए लगाई गई नीरज चोपड़ा की भाला लिए विशाल मूर्ति भी लगाई गई थी। सोमवार रात इस मूर्ति से भाला चोरी कर लिया गया। बता दें कि यह संवेदनशील क्षेत्र है और पुलिस लगातार पेट्रोलिंग करती रहती है।
बावजूद इसके मूर्ति से भाला चोरी कर लिया गया। भाला चोरी होने की खबरें जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो हंगामा मच गया था।