नई दिल्ली। कांग्रेस ने शुक्रवार को आईआईटी मंडी के निदेशक लक्ष्मीधर बेहरा के बयान पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “उन्होंने वास्तव में दिखाया है कि वह इस पद पर रहने के लायक नहीं हैं और वह जितने लंबे समय तक रहेंगे, उतना ही वह वैज्ञानिक सोच की भावना को नुकसान पहुंचाएंंगे।”
कांग्रेस ने यह भी कहा कि विज्ञान और आध्यात्मिकता एक बात है, लेकिन सत्ता में बैठे लोगों द्वारा पेश किए गए विज्ञान और बकवास सिद्धांत बिल्कुल अलग हैं।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री ने बताया था कि प्लास्टिक सर्जरी के बारे में हमारे पूर्वजों को पता था ।एक वरिष्ठ मंत्री ने न्यूटन और आइंस्टीन को भ्रमित किया, जबकि दूसरे ने पाठ्यपुस्तकों से डार्विन को बाहर करने को सही ठहराया।”
राज्यसभा सांसद ने कहा, “अब, यह एक प्रतिष्ठित संस्थान के निदेशक का बस चौंकाने वाला बयान है। उन्होंने वास्तव में दिखाया है कि वह इस पद पर रहने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। वह जितने लंबे समय तक रहेंगे, वैज्ञानिक भावना को उतना ही अधिक नुकसान पहुंचाएंगे। विज्ञान और आध्यात्मिकता एक बात है, लेकिन सत्ता में बैठे लोगों द्वारा पेश किया जाने वाला विज्ञान और मूर्खतापूर्ण सिद्धांत बिल्कुल दूसरी बात है।”
उनकी यह टिप्पणी आईआईटी मंडी निदेशक के उस बयान के एक दिन बात आई है, जब उन्होंने छात्रों से मांस न खाने का संकल्प लेने के लिए कहा था और दावा किया था कि हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं जानवरों पर क्रूरता के कारण हो रही हैं।
बेहरा ने छात्रों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।