नयी दिल्ली- केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मुलाक़ात नहीं होने पर कृषि भवन में धरना दे रहे तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा और राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी समेत कई नेताओं को दिल्ली पुलिस ने मंगलवार देर शाम हिरासत में ले लिया।
तृणमूल नेताओं ने दावा किया कि केंद्रीय मंत्री ने उन्हें मिलने का समय दिया था, इसके बावजूद उनसे मुलाकात नहीं की। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री के साथ हमारी मुलाक़ात तय थी, हम लोगों ने उनका इंतजार किया लेकिन उसके बाद हमसे कहा गया कि वह हमसे मुलाकात नहीं कर पाएंगी। केंद्रीय मंत्री से मुलाक़ात नहीं होने पर तृणमूल नेताओं का एक समूह धरने पर बैठ गया जिसके बाद उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
वहीं केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ने तृणमूल कांग्रेस के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, “आज ढाई घंटे का समय व्यर्थ गया। आज तृणमूल के सांसदों की प्रतीक्षा करते करते शाम आठ बजकर 30 मिनट में कार्यालय से निकली हूं। मेरी जानकारी के अनुसार तृणमूल कांग्रेस के सांसद और बंगाल के मंत्रियों के प्रतिनिधिमंडल ने कार्यालय में शाम 6 बजे मिलने का समय लिया था।”
उन्होंने आगे कहा, “हालांकि, बाद में वे तृणमूल के कार्यकर्ताओं को जनता बताकर मिलाना चाह रहे थे, जो कि कार्यालय की व्यवस्था के विरुद्ध था। वे मुलाकात के लिए तय विषयों से भी पीछे हट गए, क्योंकि उनका उद्देश्य भेंट करना नहीं था, उनकी मंशा राजनीति करने की थी। तृणमूल नेताओं द्वारा की गई यह घटना अत्यंत शर्मनाक है।”
वहीं तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्रीय मंत्री पर पलटवार करते हुए कहा “आप झूठ बोल रही हैं। आपने हमारे प्रतिनिधिमंडल को मिलने का समय दिया। आपने सभी नामों की जांच की। हमें प्रवेश करने की अनुमति देने से पहले हर एक की जांच की गई। हमें तीन घंटे तक इंतज़ार कराया फिर पीछे दरवाज़े से भाग गईं।”
इससे पहले तृणमूल सांसदों, विधायकों और राज्य के मंत्रियों तथा समर्थकों सहित मनरेगा श्रमिकों के साथ आज यहां जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया। बाद में, उन्होंने कृषि भवन में स्थित ग्रामीण विकास मंत्रालय तक मार्च निकाला, जहां केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मुलाकात करने का उनका कार्यक्रम था।