गाजियाबाद। गाजियाबाद के थाना इंदिरापुरम इलाके में चार लुटेरों ने मनी एक्सचेंजर की दुकान में घुसकर करीब 6 लाख की लूट की थी। यह घटना 15 जुलाई को बदमाशों ने अंजाम दी थी। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाल कर बदमाशों का सुराग जुटाने में लगी थी। पुलिस ने 4 में से 3 बदमाशों को गोवा और एक को गाजियाबाद से पकड़ा।
लूट करने के बाद बदमाश घूमने के लिए गोवा निकल गए थे। पुलिस ने खुलासा किया है कि उन्होंने नकली पिस्टल से पूरी घटना को अंजाम दिया। पकड़े गए लुटेरों में किसी ने एमबीए किया है तो कोई डाटा साइंटिस्ट है। पुलिस ने डाटा साइंटिस्ट समेत चार आरोपियों को पकड़ लिया है।
पूछताछ में पता चला कि आरोपियों ने लाइटर पिस्टल दिखाकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। आरोपियों के पास से 1.15 लाख रुपए, 280 डॉलर, लूट में प्रयुक्त लाइटर पिस्टल और कार बरामद हुई है। लूट करके तीन बदमाश गोवा में मौज-मस्ती कर रहे थे, जहां से उन्हें दबोचा गया। वहां से ट्रांजिट रिमांड लेकर बदमाशों को गाजियाबाद लाया गया है।
डीसीपी (ट्रांस हिंडन) विवेक चंद्र यादव ने बताया, दिल्ली के किदवई नगर निवासी अमनदीप की गाजियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र स्थित एक्सप्रेस गार्डन में मनी एक्सचेंज शॉप है। यहां पर 15 जुलाई को तीन बदमाश आए और हथियार दिखाकर करीब 6 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए। इस वारदात के खुलासे के लिए चार पुलिस टीम गठित की गई। शुक्रवार को पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया। बदमाशों की पहचान विपुल चौधरी, सुमित सिरोही, राहुल शर्मा निवासी मोदीनगर व मुकुल सिंदू निवासी अमरोहा के रूप में हुई है।
इसमें सुमित पर मेरठ में हत्या का एक मुकदमा दर्ज है। बाकी, तीन आरोपियों की पिछली क्रिमिनल हिस्ट्री पुलिस को नहीं मिली है। विपुल चौधरी ने एमबीए किया है। सुमित सिरोही ने ग्रेजुएशन किया है। मुकुल सिंदू ने डेटा साइंटिस्ट में पीजी की है। चौथा आरोपी राहुल शर्मा इन आरोपियों का कार ड्राइवर था, जो आठवीं पास है।
डीसीपी विवेक चंद्र यादव ने बताया, विपुल और सुमित का कैब चलवाने का काम है। इनको फॉर्नर्स के जरिये विदेशी करेंसी मिलती है। उसे एक्सचेंज कराने के लिए ये इस शॉप पर आते थे। इस बार भी ये मनी एक्सचेंज करने के लिए आए थे, जहां उनका दुकानदार और कर्मचारी से कुछ विवाद हो गया।
दुकानदार को सबक सिखाने के लिए आरोपियों ने लूट को अंजाम दिया है।