नयी दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक कैग पर केंद्र और राज्य सरकारों के सारे खर्चे एवं आमदनी को ऑडिट करने की जिम्मेदारी है लेकिन इस संस्था ने महाराष्ट्र की जनता से सच छिपाया है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कैग ने महाराष्ट्र की जनता से यह अधिकार छीन लिया कि वे जान सकें कि उनका पैसा किन परियोजनाओं में कहां और कैसे खर्च हुआ है। किस परियोजना में कहां और कितनी धांधली हुई और किसने कितने घोटाले करके किन परियोजनाओं में हेराफेरी की है।
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उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र की जनता को ये सब जानने का हक था, लेकिन कैग ने सच पर पर्दा डाल दिया। ये संस्था अब सरकार के इशारों पर काम कर रही है। कैग दो तरह के ऑडिट करता है।पहले ऑडिट में रोजमर्रा का खर्च देखा जाता है जिसमें वित्तीय ऑडिट तथा हेडक्वार्टर से जुड़े काम होते हैं। ये सामान्य ऑडिट हैं और इन ऑडिट को रोका नहीं जा सकता क्योंकि इसके रुकने पर शिकायत की जा सकती है। लेकिन पीए, एसएससीए और टीए रोके नहीं जा सकते। इस ऑडिट में घोटाले, धांधली सामने आती है और इस ऑडिट पर रोक लगाना कई सवाल खड़े करता है।”
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प्रवक्ता ने सवाल करते हुए कहा,”महाराष्ट्र में कैग का ऑडिट क्यों और किसके कहने पर रोका गया और इसे रोकने की क्या वजह थी। कैग का ऑडिट रुकने से वो कौन से सच थे जिन पर पर्दा डाला गया। क्या महाराष्ट्र की जनता को चुनाव से पहले ये सच जानने का अधिकार नहीं है। ऐसा क्यों न कहा जाए कि महायुति की सरकार बनाने के लिए जिन पैसों से खरीद-फरोख्त की गई थी, वो इन्हीं घोटालों से बनाए गए थे।”