मुज़फ्फरनगर। पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए कांग्रेस की ओर से झांसी रानी पार्क तक कैंडल मार्च निकाला गया। मार्च के दौरान दो मिनट का मौन रखकर हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि भी दी गई। लेकिन यह शोकसभा उस वक्त शर्मसार हो गई, जब कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता आपस में भिड़ गए।
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जानकारी के अनुसार, फोटो खिंचवाने की होड़ में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव गुफरान काज़मी और कांग्रेस सोशल मीडिया महानगर अध्यक्ष रिज़वान के बीच कहासुनी हो गई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई। गुफरान काज़मी ने रिज़वान को नीचे गिरा दिया और जमकर लात-घूंसे बरसाए। इस दौरान गुफरान का कुर्ता भी फट गया। मौके पर मौजूद अन्य नेताओं ने किसी तरह दोनों को अलग किया।
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जब रॉयल बुलेटिन के पत्रकार ने कांग्रेस ज़िला अध्यक्ष सतपाल कटारिया से सवाल किए, तो उन्होंने जवाब देने की बजाय पत्रकार को ही पत्रकारिता का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। कटारिया ने पहले तो पूरी घटना से अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि “मेरे सामने कोई मारपीट नहीं हुई।” लेकिन बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि “नेता नीचे गिर गए थे और हाथ लगने की वजह से विवाद हो गया।” जब उनसे और सवाल किए गए तो उन्होंने कहा, “इन सवालों के जवाब मेरे पास नहीं हैं।” इसके बाद उन्होंने पत्रकार को ही पत्रकारिता का पाठ पढ़ाने की कोशिश की।
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कांग्रेस अध्यक्ष रंजन मित्तल ने कहा कि घटना बेहद शर्मनाक है और इसकी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को भेजी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी निर्णय ऊपर से आएगा, उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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घटना की सूचना मिलते ही कचहरी चौकी इंचार्ज प्रशांत गिरी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने दोनों नेताओं को समझा-बुझाकर शांत किया और कार्यक्रम से पहले ही उन्हें वहां से रवाना कर दिया गया।