मेरठ। दिल्ली रोड पर गाजियाबाद जिले की सीमा के पास प्रदेश की पहली इंटीग्रेटेड टीओडी टाउनशिप मेरठ के मोहिउद्दीनपुर में विकसित की जाएगी। 300 हेक्टेयर वाली इस टाउनशिप में एनसीआर की 8 प्रतिशत आवासीय जरूरत पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है।
छह महीने में जमीन खरीद करके कार्य शुरू करने की तैयारी है। जमीन खरीद प्रक्रिया जल्द शुरू करने को मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) के निवेदन पर जिलाधिकारी ने कमेटी का गठन कर दिया है। अब मेडा के सचिव की अगुवाई में किसानों से समझौता के आधार पर जमीन ली जाएगी। कम से कम 80 प्रतिशत जमीन समझौते के आधार पर खरीदने के बाद कमेटी खरीद प्रक्रिया को अनुमति दे देगी।
देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के तहत पहला कारिडोर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ निर्माणाधीन है। इसको सफल बनाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार कई उठा रही है। इसी कड़ी में शामिल है इस कारिडोर के किनारे इंटीग्रेटेड टीओडी टाउनशिप।
मोहिउद्दीनपुर में 300 हेक्टेयर में यह टाउनशिप विकसित की जाएगी। इस टाउनशिप को फेस-वन व फेस-टू में बांटा जाएगा। इसके लिए जमीन खरीद अधिग्रहण के तहत नहीं बल्कि समझौते के आधार पर होगी। जिसकी व्यवस्था ऋण व पीपीपी मोड से मेडा करेगा। संबंधित जमीन ग्रामीण क्षेत्र की है इसलिए सर्किल रेट का चार गुना भुगतान किया जाएगा।