मथुरा। कोसीकलां पुलिस ने हाईवे किनारे संचालित दो ढाबों पर चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ करते हुए वहां से तीन लड़कियों को बरामद कर चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की कार्रवाई से आसपास संचालित ढाबों के संचालकों में हड़कंप मच गया है।
राज्य बाल आयोग के निर्देश पर काम कर रही मिशन मुक्ति फाउंडेशन की टीम ने कोसीकलां पुलिस की मदद से हाईवे किनारे कोटवन बॉर्डर के समीप चौधरी ढाबे पर छापा मार कार्रवाई की। टीम को एक के बाद एक बड़ी सफलता मिली है। एक बालिका की तलाश करने पहुंची टीम को दो स्थानों पर करीब तीन लड़कियां मिली हैं।
दरअसल झारखंड से 15 वर्षीय एक किशोरी को कुछ लोग काम के बहाने दिल्ली ले आए थे। जिसके बाद से बालिका गायब थी। किसी तरह से उसने अपनी बैंगलोर में रह रही बहन से संपर्क कर आपबीती बताई। हालात को समझते हुए वह उसे खोजते हुए दिल्ली पहुंची और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी संस्कार आश्रम दिल्ली से संपर्क कर अपनी शिकायत रूप सुदेश विमल को दी। उन्होंने लड़की द्वारा बहन को बताए संकेत के आधार पर यूपी बॉर्डर के होटल या ढाबों पर बालिका के होने का शक जताया।
चाइल्ड वेल्फेयर कमेटी के सदस्य रूप सुदेश विमल के अनुसार उन्होंने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग एवं उत्तर प्रदेश राज्य बाल आयोग को इस बाबत सूचना देकर रैकी के लिए मिशन मुक्ति फाउंडेशन को जिम्मेदारी सौंपी। टीम ने वहां पहुंचकर इसकी योजना बनाई। यहां टीम के सदस्यों ने पिछले एक सप्ताह तक इन ढाबों पर ग्राहक बनकर रेकी की। जब टीम के सदस्य किशोरी से मिले और उसके उसी होटल पर होने की सूचना सुनिश्चित हुई तो उन्होंने छाता सीओ से मुलाकात कर सीधे कार्रवाई की बात कही। सीओ छाता गौरव त्रिपाठी को साथ लेकर कोटवन स्थित चौधरी ढाबा पर कार्रवाई कर वहां से तीन नाबालिग लड़कियों को बरामद किया। गिरफ्तार किए आरोपियों में सतवीर, कमल, दुर्गा बाबू तथा धर्मेंद्र गिरफ्तार किया।