पटना। बिहार के बक्सर जिले में जियारत एक्सप्रेस में बर्खास्त भाजपा नेता और ट्रेन टिकट परीक्षक (टीटीई) के बीच तीखी बहस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद टीटीई ने नेता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
नेता की पहचान राणा प्रताप सिंह के रूप में की गई है, जो 11 अक्टूबर को जियारत एक्सप्रेस के एसी-1 कोच में अपने दोस्त योगेंद्र कुमार के साथ यात्रा कर रहे थे।
भाजपा नेता और टीटीई पंकज कुमार के बीच तीखी नोकझोंक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
टीटीई ने कहा, “जब मैंने टिकट मांगा, तो सिंह ने कहा कि वह भाजपा नेता हैं और राष्ट्रीय रेलवे उपयोगकर्ता सलाहकार परिषद (एनआरयूसीसी) के सदस्य हैं। जब मैंने उससे पहचानपत्र दिखाने को कहा, तो उन्होंने इनकार कर दिया और मुझे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।“
उन्होंने कहा, “नेता ने अपने समर्थकों को फोन कर बक्सर रेलवे स्टेशन पहुंचने काेे कहा। जब ट्रेन बक्सर रेलवे स्टेशन पहुंची तो करीब 10 से 15 लोगों ने मुझे घेर लिया। अगर आरपीएफ कर्मी मौजूद नहीं होते तो वे मुझे मार भी सकते थे। यह डरावना और मेरे जीवन के लिए खतरा था।“
पंकज कुमार ने शिकायत में कहा, “मैंने 4,750 रुपये दिए और मेमो आरपीएफ बक्सर को सौंप दिया।”
इस बीच, सिंह ने कहा कि वह अपने दोस्त के साथ जियारत एक्सप्रेस के एसी फर्स्ट कोच में चढ़े थे, उनकी तबीयत ठीक नहीं थी।
सिंह ने कहा, “मैंने टीटीई को बताया कि मैं एनआरयूसीसी का सदस्य हूं। लेकिन उसने मुझे सबके सामने अपमानित किया, इसलिए मैं दिल्ली से लौटने के बाद उसके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा।”
राणा प्रताप सिंह बक्सर के बड़े नेता और भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष हैं।
चूंकि उन्होंने स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के खिलाफ बयान दिया था, इसलिए उन्हें हाल ही में पार्टी से छह साल के लिए बर्खास्त कर दिया गया है।