भोजपुरी एक्ट्रेस और मॉडल आकांक्षा दुबे की आत्महत्या ने कई लोगों को झकझोर कर रख दिया है। आकांक्षा के अचानक सुसाइड करने पर हर कोई हैरान है। इस मामले में आकांक्षा की मां मधु दुबे ने समर सिंह और उसके भाई संजय सिंह के खिलाफ आकांक्षा को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। शनिवार को वह शूटिंग के लिए वाराणसी आई थीं। रविवार सुबह उसकी नई फिल्मों की शूटिंग होने वाली थी। लेकिन सुबह जब उसके कमरे का दरवाजा खोला गया तो उसका शव पंखे से लटका मिला।
बता दें कि आकांक्षा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आनी बाकी है। हालांकि, जिस रात आकांक्षा ने आत्महत्या की, उस रात एक व्यक्ति उसे छोड़ने आया। यह शख्स आकांक्षा के कमरे में 17 मिनट तक रहा। तो कौन है वो शख्स जो आकांक्षा को छोड़ने आया था? इतनी देर आकांक्षा के कमरे में क्यों रहा यह शख्स? इस मौके पर ऐसा सवाल उठाया गया है।
शख्स के कमरे से चले जाने के बाद आकांक्षा इंस्टाग्राम लाइव पर आईं। उस वक्त वह रोती हुई नजर आई थीं। ऐसे में पुलिस का शक और बढ़ गया है।
आकांक्षा वाराणसी के सारनाथ इलाके में होटल सोमेंद्र रेसीडेंसी में रुकी थीं। पुलिस होटल में पहुंची और व्यक्ति के बारे में जानकारी लेनी शुरू की। लेकिन होटल स्टाफ ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। हालांकि पुलिस ने होटल के सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ले लिए हैं। चौंकाने वाला खुलासा होने की संभावना है।
होटल के मैनेजर का कहना है कि आकांक्षा जब होटल आई तो चल भी नहीं पा रही थी। एक व्यक्ति उसे छोड़ने आया था। वह उसे कमरे में ले गया। होटल के प्रबंधक ने कहा कि वह वहां 17 मिनट तक रहे।
खबरों के मुताबिक शनिवार को आकांक्षा अपनी एक दोस्त की बर्थडे पार्टी में गई थीं। रात 8 बजे उसने अपनी मां से फोन पर बात की थी। फिर होटल के कमरे में बनी एक रील को साढ़े आठ बजे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। फिर वह पार्टी में चली गई। दोपहर 1 बजकर 55 मिनट पर वह पार्टी से वापस होटल आ गईं।
इसी बीच भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने आज अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की मां से उनके भदोही जिला स्थित पैतृक गांव बरदाहा में जाकर मुलाकात की, जहां उनकी मां अक्षरा सिंह से लिपट कर खूब रोने लगी। इस मौके पर अक्षरा सिंह भी भावुक नजर आईं और उनकी मां को गले लगाकर न सिर्फ अपनी संवेदना व्यक्त की, बल्कि उन्होंने आकांक्षा की मां को ढांढस भी बंधाया।
अक्षरा ने कहा कि यह बड़ी शॉकिंग खबर थी मेरे लिए। आकांक्षा बेहद बहादुर लड़की थी और अच्छा काम भी कर रही थी। इस घटना ने मुझे अंदर से हिला दिया। विश्वास ही नहीं होता कि जो लड़की अपने परिवार को एक बेहतर जिंदगी देने के लिए काम कर रही थी, आज उसके परिजन उसके लिए आंसू बहाने को मजबूर हैं। मेरी संवेदना उनके परिजनों के साथ है।
अक्षरा ने ये भी कहा कि आकांक्षा के मामले में निष्पक्ष जांच और कानून सम्मत कार्रवाई हो। ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो और आने वाले दिनों में फिर किसी आकांक्षा का परिवार इस तरह हताश और निराश ना हो।