झांसी। सीपरी बाजार क्षेत्र में समुदाय विशेष के लोगों द्वारा बारावफात की झंडियों को न लगाने देने को लेकर एक विधवा महिला व उसके पुत्र को मकान बेचकर भाग जाने की धमकी दी गई है। उनसे यह भी कहा गया कि यदि भाजपा सरकार न होती तो उन्हें काटकर फेंक देते। हालांकि इस मामले काे पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है।
नंदनपुरा निवासी विधवा रामदेवी ने शिवपुरी बाजार पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया कि 15 सितंबर की रात करीब 10 बजे उसे अपने घर के ऊपर दो लोग बारावफात की झंडियां लगाते हुए दिखे। उनको देखकर जब उसने उन्हें झंडियां लगाने से मना किया तो उनके साथ मोहल्ले के 40-50 लोग अचानक उसके घर आ धमके। उन्हें घेर लिया, गाली गलौज किया और कहा कि यदि हमारे मोहल्ले में रहना है तो हमारे रीति रिवाज से रहना पड़ेगा। वरना अपना मकान बेचकर कहीं और चले जाओ। पीड़िता के साथ बदसलूकी करते हुए उसके बेटे के साथ धक्का मुक्की भी की।
जाते-जाते धमकाया कि अगर बीजेपी सरकार नहीं होती तो तुम्हें काट कर फेंक देते। समुदाय विशेष की धमकी के बाद पीड़िता के पुत्र धर्मेंद्र रैकवार ने अपने मोबाइल से रात लगभग 10:21 पर 112 नंबर पर फोन किया। पुलिस के आने के बाद सभी लोग तितर बितर हो गए। वहीं पीड़िता व उसके बेटे को थाने ले जाया गया। आरोप यह भी है कि पुलिस द्वारा उन पर जबरन समझौता करने का दबाव बनाया गया। हालांकि इस संबंध में जब थाना प्रभारी सीपरी बाजार अखिलेश द्विवेदी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई मामला ही नहीं था।