बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद में आदमखोर भेड़ियों के आतंक से जल्द पूरी तरह से छुटाकरा मिलने वाला है। यहां पकड़े जा चुके भेड़ियों के दल का अंतिम और बेहद खूंखार भेड़िया ड्रोन कैमरे में कैद हुआ है। ड्रोन में आई भेड़िये की तस्वीराें के आधार पर वन विभाग की टीमों के साथ ग्रामीणों ने योजना बनाकर उसे रेस्क्यू किए जाने के लिए जगह-जगह जाल बिछाया है।
बहराइच जिला बीते दो माह से आदमखोर भेड़ियों के आतंक का पर्याय बना हुआ है। यहां के कई गांवों में जंगलों से आए आदमखोर भेड़ियों के झुंड ने डेरा डाला और इंसानों, मवेशियों पर हमला करने लगा। लगातार हमलों को लेकर ग्रामीणों में भेड़ियों को लेकर दहशत फैल गई। भेड़ियों का आतंक बढ़ता देख शासन स्तर पर टीमों को लेकर आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए वृहद सर्च आपरेशन चलाया गया। अभियान के तहत अब तक पांच आदमखोर भेड़ियों को रेस्क्यू किया जा चुका है लेकिन अभी भी भेड़ियों के झुंड का लंगड़ा मुखिया और बेहद खूंखार छठे भेड़िये को पकड़ा जाना शेष है।
वन विभाग द्वारा लगातार उसको पकड़ने के लिए सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है। इस बीच आदमखोर भेड़िया लगातार कई मासूमों को अपने शिकार के लिए हमला कर चुका है। उसे पकड़ने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल वन विभाग के लिए सही साबित होने वाला है। सर्च आपरेशन में जुटी वन विभाग की टीम को ड्रोन से उसकी गन्ने के खेत और उसके आसपास बार-बार आने-जाने की हरकत मिली है। यह सफलता वन विभाग को उस वक्त मिली जब टीम छठे भेड़िये को पकड़ने के लिए ड्रोन कैमरे से महसी इलाके में सर्च आपरेशन कर रही थी। यह वही इलाका है जहां भेड़ियों का सबसे ज्यादा आतंक रहा है। इस क्षेत्र में ही आदमखोर भेड़ियों ने इंसानों पर हमले किए हैं। महसी इलाके में वन विभाग के ड्रोन कैमरे में कैद हुई छठे भेड़िये की तस्वीरों के बाद उसकी धरपकड़ के लिए आसपास जाल बिछाया गया है। इस बीच जिन-जिन जगहों से आदमखोर भेड़िए बार-बार आ-जा रहा है, वहां पर पिंजरे व जाल लगाए गए हैं ताकि उसे पकड़ा जा सके।
भेड़िये की ड्रोन में आई तस्वीरों के बाद वन विभाग और पुलिस की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। आस-पास के इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है। वन विभाग की टीम लगातार गन्ने के खेतों में घुस कर कांबिंग कर रही हैं। फुटेज सामने आने के बाद उसके जल्द पकड़े जाने की उम्मीद बढ़ गई है।
डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि आखिरी भेड़िया की ड्रोन कैमरे में फुटैज आई हैं। उसके आधार पर उसे पकड़ने के प्रयास तेज करते हुए वन कर्मियों को लगाया गया है। जल्द ही उसे पकड़ते हुए इलाके को भेड़िया मुक्त कर दिया जाएगा।
एक दिन पूर्व सोते हुए बालक पर किया था हमला
उल्लेखनीय एक दिन पूर्व मंगलवार की रात हरदी थाना क्षेत्र के ग्राम पिपरी मोहन निवासी इमरान (11) परिवार के साथ छत पर सोते समय भेड़िये ने हमला किया था। इमरान की आवाज सुनकर पास में लेटी भाभी ननकई ने किसी तरह भेड़िया से उसको छुड़ाया। इसके बाद एकत्रित लोगों के हाका लगाने पर आदमखोर भेड़िया भाग निकला था। घायल बालक को सीएचसी में भर्ती करवाया गया था।
10 सितम्बर को पकड़ा गया था पांचवां भेड़िया
इलाके में आए आदमखोर भेड़ियों के झुंड में पांचवां भेड़िया 10 सितम्बर को पकड़ा गया था। इसके बाद से झुंड का अंतिम लंगड़ा खुंखार भेड़िये को पकड़ा जाना था। लेकिन अभी तक उसे पकड़ने में लगी वन विभाग की टीमें असफल रही हैं। हालांकि ड्रोन में भेड़िये की तस्वीर आने के बाद जल्द पकड़े जाने की उम्मीद बढ़ गई है।