शामली। चंदेनामाल गांव निवासी 58 वर्षीय कंवर सिंह मंगलवार को अपनी साइकिल पर सवार होकर शामली से लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए निकले, तो अधिकारियों में हड़कंप मच गया। शामली जिले के अधिकारियों की टीम उन्हें मेरठ रोड से अपने साथ शहर कोतवाली पर लाई, जहां पर उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन बात नही बनने पर ग्रामीण फिर से लखनऊ के लिए रवाना हो गया। ग्रामीण ने बताया कि उसके गांव में सरकारी तालाब पर अवैध कब्जा हुआ है, लेकिन कोर्ट के आदेशों के बावजूद भी जनपदस्तरीय अधिकारी अवैध कब्जाधारकों के खिलाफ कार्रवाई नही कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार गांव चंदेनामाल निवासी कंवर सिंह पूर्व में भी फरवरी माह में साइकिल से लखनऊ के लिए रवाना हुए थे, लेकिन उन्हें शामली जिले के अधिकारी मेरठ से वापस बुला लाए थे और उनकी शिकायत पर कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन कार्रवाई फिर भी नही हुई। मंगलवार को भी जब कंवर सिंह लखनऊ जाने के लिए साइकिल पर सफर करते हुए मेरठ रोड पर पहुंचे, तो भनक लगने पर नायब तहसीलदार शामली के नेतृत्व वाली एक टीम उन्हें शामली कोतवाली ले आई। यहां पर सरकारी अफसरों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन बात नही बनी। इसके बाद कंवर सिंह दौबारा से लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
शामली कोतवाली से जाते समय उन्होंने बताया कि गांव में सरकारी तालाब पर कई लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है, जिसकी शिकायत वें साइकिल पर लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री से जरूर करेंगे और इस बार वें जनपद के अधिकारियों के झासे में आने वाले नही है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों की जो टीम उन्हें आज दोबारा से वापस लाई, उनमें शामिल अधिकारियों ने अपना नाम तक उन्हें नही बताया।
ग्रामीण ने यह भी बताया कि वें डीएम से भी मामले की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन आज तक अधिकारियों ने मौके पर जाना भी मुनासिब नही समझा। कोर्ट के आदेशों के बावजूद भी अवैध कब्जों पर कोई कार्रवाई नही की जा रही है। इसी संबंध में वें सीधे मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग करेगे।