वाराणसी। शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी पर गुरुवार शाम काशी नगरी में मिनी बंगाल का नजारा दिखा। दुर्गा पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। सर्वाधिक भीड़ लहुराबीर हथुआ मार्केट,जगतगंज,मैदागिन,मच्छोदरी,पांडेयपुर और शिवपुर,गोदौलिया नई सड़क इलाके में दिखी। मुख्य सड़क से लगायत गलियों में भी लोगों का हुजूम दिखा। लोग परिवार के साथ एक पंडाल से दूसरे पंडाल की दूरी पैदल ही तय करते रहे। जैसे जैसे रात गहराती गई वैसे वैसे भीड़ भी बढ़ती गई। सभी पूजा पंडालों में सेल्फी और मोबाइल कैमरे से लोग वीडियो बनाने में जुटे रहे। इस बार लहुराबीर स्थित हथुआ मार्केट में चौबेपुर उमरहा स्थित स्वर्वेद मंदिर की अनुकृति और सनातनधर्म इंटर कालेज में पंडाल को जयपुर के प्रसिद्ध शीश महल जैसा बनाया गया है। पंडाल के अंदर नारी सशक्तिकरण और बाबा विश्वनाथ पर आधारित शो भी चल रहा है। पंडाल में दुर्गा प्रतिमा लगभग 24 फीट ऊंची है। देवों के देव महादेव अर्धनारीश्वर के रूप में दर्शन दे रहे हे। मछोदरी स्थित पंडाल को उज्जैन के महाकाल मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है। भेलूपुरा, पांडेय हवेली और जंगमबाड़ी के पंडालों की जीवंत मूर्तियां लोगों को पंडाल तक आने के लिए मजबूर कर रही हैं।
वरुणापार के अर्दली बाजार, गिलटबाजार, शिवपुर के पूजा पंडालों में भी भारी भीड़ उमड़ रही है। पूजा पंडाल में रंग बिरंगे प्रकाश के साथ लाउड स्पीकर से भजन गूंज रहे है। सिगरा स्थित भारत सेवाश्रम संघ परिसर में देश भर से जुटे संन्यासियों और साधकों की टोली पूजा पाठ में जुटी हुई है। बंगीय पूजा पंडालों में श्रद्धालु ढाक की थाप पर थिरकते रहे। बिजली के झालरों से जगमग शहर की प्रमुख सड़कों पर रौनक भी बढ़ गई है। शहर के सभी प्रमुख रास्तों पर वाहन के आवागमन पर प्रतिबंध के बाद भी लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं है। उधर,जिले के ग्रामीण अंचल रोहनिया राजातालाब मोहनसराय बैरवन रोहनिया बाजार गजाधरपुर लठिया आदि क्षेत्रों में लगे पंडालों में भी भीड़ दिखी। इसके अलावा पिंडरा के नकटी गांव स्थित नकटेश्वरी धाम, रमईपुर स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर में भी लोग दर्शन पूजन के लिए पहुंचते रहे।