नई दिल्ली। भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने दिल्ली की खराब आर्थिक हालत के लिए आप सरकार और नेताओं पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि दिल्ली की अर्थव्यवस्था के विध्वंस के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार , पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी पूरी तरह जिम्मेदार है। उन्होंने इस पूरे मामले की कैग से जांच करवाने की भी मांग की है। भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए बांसुरी स्वराज ने कहा कि दिल्ली फाइनेंस डिपार्टमेंट की जो रिपोर्ट आई है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि दिल्ली की अर्थव्यवस्था के विध्वंस के लिए अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी की सरकार और मुख्यमंत्री आतिशी पूरी तरह जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा कि आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री होने के साथ ही वित्त मंत्री भी हैं। भाजपा सांसद ने आगे कहा कि ये बहुत ही अचंभे की बात है कि 31 साल में पहली बार दिल्ली का बजट घाटे में है और यह घाटा भी छोटा-मोटा नहीं है बल्कि दिल्ली 7 हजार करोड़ रुपए के घाटे में है।इसका अर्थ यह हुआ कि दिल्ली में खर्च, दिल्ली की आय से ज्यादा हो रहा है। ये घाटा जानबूझकर किया गया है। बजट पेश करते समय आतिशी ने यह दावा किया था कि दिल्ली के पास सरप्लस यानी फालतू पैसा है लेकिन आवश्यक कार्यों से जुड़े जरूरी खर्चों का बजट में प्रावधान ही नहीं किया गया क्योंकि आप सरकार झूठ बोलकर यह भ्रम फैलाना चाहती थी कि दिल्ली सरकार के पास सरप्लस पैसा है।
बांसुरी स्वराज ने मांग की कि इस पूरे मामले की कैग से ऑडिट और जांच करवा कर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि आतिशी, केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की सरकार को पता था कि दिल्ली के पास पैसे की किल्लत है। इसलिए अचानक उन्होंने एक पन्ने का आर्डर निकाला और 10 हजार बस मार्शल को बड़ी क्रूरता और निर्ममता से नौकरी से निकाल दिया, यहां तक कि उनकी 6 महीने की सैलरी भी उन्हें नहीं दी। उन्होंने कहा कि आप सरकार ने वोकेशनल शिक्षकों के साथ भी यही किया था लेकिन उपराज्यपाल के हस्तक्षेप के कारण उनकी नौकरी बच गई। आरआरटीएस मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट तक ने आप सरकार को लताड़ लगाई थी। हाल ही में सबने देखा कि बारिश के समय दिल्ली की हालत कितनी खराब हो गई थी, जलभराव के कारण दिल्ली में मौत तक हो गई और यह जलभराव इसलिए हुआ था क्योंकि समय पर नाले की सफाई नहीं की गई थी। अब यह स्पष्ट हो गया है कि इसकी सफाई के लिए बजट में फंड का प्रावधान ही नहीं किया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि आप सरकार केवल प्रचार, प्रसार और भ्रष्टाचार में लिप्त है। यह एक ऐसी बेपरवाह सरकार है जिसके लापरवाह मुखिया केवल सत्ता की फिक्र करते हैं, दिल्लीवासियों की फिक्र नहीं करते हैं। दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली के पास फंड नहीं है और पहले से चल रहे प्रोजेक्ट्स और जरूरी सुविधाओं के लिए बजट में प्रावधान करना दिल्ली सरकार की ड्यूटी थी। उन्होंने भारद्वाज के आरोप पर पलटवार करते हुए यह भी कहा कि भाजपा शासित ऐसा कोई भी राज्य नहीं है जहां बजट के कारण जरूरी चीजों पर कोई असर पड़ रहा हो।
लेकिन दिल्ली की हालत देखिए, यहां की कॉलोनियों में सोसायटियों के आगे कूड़े के ढ़ेर पड़े हुए हैं क्योंकि एमसीडी के पास कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं है और इसके लिए पूरी तरह अरविंद केजरीवाल और आप सरकार जिम्मेदार है। दिल्ली के सीएम के बंगले को लेकर आप द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि कोई भी सरकारी बंगला , किसी व्यक्ति विशेष की नहीं बल्कि सरकार की संपत्ति होती है। उसे खाली करने और आवंटित करने की प्रक्रिया होती है और जब इसका पालन नहीं किया जाता है तो यह स्वाभाविक सी बात है कि वहां पर कार्रवाई की आवश्यकता होती है। नेता विपक्ष के पद के रोटेशन को लेकर आ रही खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने भी यह सुना है।
अगर विपक्ष को यह लगता है कि राहुल गांधी नेता विपक्ष का पद नहीं संभाल पा रहे हैं और उन्हें इस तरह से बदलाव लाना चाहिए तो यह उनका अंदरूनी मामला है। कर्नाटक सरकार द्वारा हुबली में पुलिस स्टेशन और पुलिकर्मियों पर हमले के आरोपियों से मामले वापस लेने के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यह फैसला पूरी तरह से तुष्टिकरण की राजनीति से प्रेरित है। राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने स्वयं इस मामले में पत्र लिखा है। जब सरकार रक्षकों की ही रक्षा नहीं कर सकती है तो लोकतंत्र की रक्षा कैसे करेगी।