पलवल। इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला की परिवर्तन पदयात्रा के सातवें दिन की शुरूआत उपमंडल हथीन से हुई। इस दौरान गांव गहलाब, कौडल में भारी जनसमूह ने यात्रा का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।
इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा आज देश का सबसे असुरक्षित राज्य बन गया है। हरियाणा में अपराध की दर 27 प्रतिशत है। हर रोज तीन हत्याएं और बलात्कार के चार मामले सामने आ रहे हैं। चिंता की बात ये है कि पुलिस विभाग में बीस हजार से अधिक पद खाली पड़े हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार तानाशाही रुख अपनाए हुए है। चुने हुए प्रतिनिधियों पर लाठियां भांजी जा रही हैं। इससे पहले सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों पर अत्याचार किया। ओल्ड पैंशन स्कीम को लेकर आज कर्मचारी वर्ग हताश और मायूस है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 34.1 प्रतिशत बेरोजगारी दर है और सरकार झूठे दावों, नारों व जुमलों के जरिए गुमराह करने की कोशिश में लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि आज पूरे प्रदेश में इनेलो के पक्ष में एक हवा चल रही है। आज प्रदेश की राजनीतिक फिजा और समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। जनता ने दस साल तक कांग्रेस का कुशासन देखा और अब आठ साल से भाजपा का तानाशाह शासन है। सरकार को इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला का खुशहाल शासन याद आ रहा है। मुख्यमंत्री रहते हुए चौधरी ओमप्रकाश चौटाला गांव-गांव जाकर ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम करते थे और जनता के बीच जाकर उनकी समस्या का तत्काल निदान कर देते थे। भाजपा की यह सरकार जनता के बीच जाती ही नहीं है और जनता अपने हकों को लेकर मांग उठाती है, तो उन पर डंडे बरसाए जाते हैं।
इनेलो नेता ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि नैशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार हरियाणा में 2019 में 1137, 2020 में 1143 और 2021 में 1112 हत्याएं हुई। 2019 में महिलाओं के खिलाफ 14683, 2020 में 13 हजार, 2021 में 16658 केस सामने आए। 2019 में रेप की 1360 गैंगरेप के 165, 2020 में रेप के 1211 और गैंगरेप के 160 जबकि 2021 में रेप के 1546 एवं गैंगरेप के 176 मामले सामने आए।
अभय चौटाला ने कहा कि 1986 जैसे हालात प्रदेश में बने हुए हैं। उस समय कांग्रेस की सरकार के खिलाफ जनता में आक्रोश था। तब चौधरी देवी लाल ने किसान-कमेरे की आवाज को लेकर एक मुहिम प्रदेश में छेड़ी थी। उसके बाद 1987 में चौधरी देवी लाल की सरकार बनी थी। आज भी वैसी ही लहर इनेलो के पक्ष में चलेगी। जनता बेसब्री से चुनावों का इंतजार कर रही है और 2024 में जनता इस सरकार को सत्ता से दूर कर देगी।
उन्होंने कहा कि आज किसान को उसकी फसल का लागत मूल्य नहीं मिलता है। फसल खराब हो जाए तो मुआवजा नहीं मिलता है। आज भी गन्ना किसान उचित लागत मूल्य देने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा में कुल 21 लाख 44 हजार किसान क्रेडिट कार्ड बने हुए हैं। इन क्रेडिट कार्ड के जरिए किसानों ने करीब 44782 करोड़ रुपए का कर्ज लिया हुआ है। यह हरियाणा के वार्षिक बजट का 25 प्रतिशत है। 2019 में 21 लाख 7 हजार कार्ड पर 43206 करोड़ का कर्ज किसानों पर था।