बलिया। बलिया के नरही थाने के भरौली में यूपी-बिहार बार्डर पर ट्रकों से वसूली मामले में फरार थानेदार पन्नेलाल कन्नौजिया रविवार को पुलिस के हाथ लग गया। उसकी तलाश में एसओजी आजमगढ़, एसओजी बलिया व पुलिस की सर्विलांस टीम जुटी थी। पुलिस सूत्रों की मानें तो पन्नेलाल ने अपनी बीवी पर बढ़ता दबाव देख गोरखपुर के गोला थाना पहुंच कर सरेंडर कर दिया। जिसके बाद एसओजी उसे गिरफ्तार कर बलिया लेकर आई।
आजमगढ़ रेंज के डीआईजी वैभव कृष्ण ने नरही थाने के निलंबित थानेदार पन्नेलाल की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। इसके पहले बलिया के नवागत पुलिस कप्तान विक्रांत वीर ने पन्नेलाल की रविवार शाम तक गिरफ्तारी की उम्मीद जताई थी। उन्होंने कहा था कि पुलिस टीमें सक्रिय हैं, वह जल्द हाथ आ जाएगा। पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस ने पन्नेलाल के गांव पहुंच कर उसकी पत्नी से रविवार सुबह पूछताछ की थी। जिसके दबाव में आकर उसने सरेंडर कर दिया।
उल्लेखनीय है कि गत गुरूवार को एडीजी जोन वाराणसी पीयूष मोर्डिया व डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने सादे वेश में नरही के भरौली बार्डर पर छापेमारी की थी। जिसमें मौके से दो पुलिसकर्मियों समेत 16 दलाल गिरफ्तार किए गए थे। कई पुलिसकर्मी फरार हो गए थे। इस मामले में एसओ पन्नेलाल, कोरण्टाडीह पुलिस चौकी इंचार्ज समेत 23 पर एफआईआर दर्ज हुआ था। छापेमारी में एसओ और चौकी इंचार्ज समेत जिन भी पुलिसकर्मियों की संलिप्तता सामने आई थी, उन सभी पर मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही निलंबित कर दिया गया था। मुकदमे के बाद से ही थानेदार पन्नेलाल फरार था। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में थीं। इसी बीच उसने अपनी पत्नी से बात की। जिसकी भनक पुलिस को लग गई थी और आखिरकार वह गिरफ्तार कर लिया गया।