नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष तुषार डेढ़ा के कार्यालय पर तोड़फोड़ की गई। एबीवीपी ने इसका आरोप एनएसयूआई पर लगाया है। अब एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी की इस पर प्रतिक्रिया आई है। वरुण चौधरी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) दिल्ली विश्वविद्यालय में अपने पदाधिकारियों की फर्जी डिग्री के मुद्दे से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है।
एबीवीपी की इस मनगढ़ंत कहानी के पीछे अपने पदाधिकारियों के कुकृत्यों से ध्यान हटाने का असफल प्रयास है। उन्होंने कहा कि एबीवीपी को हिंसा फैलाने, शिक्षकों और छात्रों को धमकाने के लिए जाना जाता है। दिल्ली विश्वविद्यालय में एबीवीपी ने कई घटनाओं में प्रोफेसरों को पीटा और धमकाया है। वे कभी भी नीट, नेट, या एनटीए के मुद्दों पर बात नहीं करते हैं।
इसके बजाय वे भाजपा सरकार के लिए एक सुरक्षा वाल्व के रूप में कार्य करते हैं। वहीं, एनएसयूआई सच्चाई, न्याय और पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध है। चौधरी ने कहा, हम छात्रों की वास्तविक समस्याओं के समाधान में विश्वास करते हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि हम अधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि वे डूसू में फर्जी डिग्री कांड की जांच करें और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित करें। छात्रों को ईमानदार प्रतिनिधि चाहिए, न कि फर्जी डिग्री और मार्कशीट वाले।