नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पद और गोपनीयता की शपथ ली। उनके साथ 71 मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण किया। इस बार पीएम मोदी की सरकार में जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल का बंटवारा किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी की नई टीम में इस बार 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं। सभी मंत्री देश के 24 राज्यों के साथ-साथ सभी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
पीएम मोदी के इस नए मंत्रिमंडल में 21 सवर्ण, 27 ओबीसी, 10 एससी, 5 एसटी, 5 अल्पसंख्यक मंत्री शामिल हैं। इसमें 18 वरिष्ठ मंत्री भी शामिल हैं।
पीएम मोदी के इस नए मंत्रिमंडल में 11 एनडीए सहयोगी दलों से मंत्री बनाए गए हैं। इसमें से 43 ऐसे सांसद मंत्री बने हैं, जो संसद में 3 या उससे अधिक कार्यकाल तक सेवा दे चुके हैं। इसके साथ ही 39 ऐसे मंत्री बनाए गए हैं, जो पहले भी भारत सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
पीएम मोदी के इस मंत्रिमंडल में कई पूर्व मुख्यमंत्री, 34 राज्य विधानसभाओं में सेवा दे चुके सदस्य और 23 राज्यों में मंत्री के रूप में काम कर चुके सदस्यों को भी सांसद चुने जाने के बाद जगह दी गई है।
सवर्ण मंत्रियों में अमित शाह, एस. जयशंकर, मनसुख मांडविया, राजनाथ सिंह, जितिन प्रसाद, जयंत चौधरी, धर्मेन्द्र प्रधान, रवनीत बिट्टू, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, मनोहर लाल खट्टर, जितेंद्र सिंह, गजेंद्र सिंह शेखावत, संजय सेठ, राम मोहन नायडू, सुकांत मजूमदार, प्रह्लाद जोशी, जेपी. नड्डा, गिरिराज सिंह, ललन सिंह, सतीश चंद्र दुबे शामिल हैं।
ओबीसी मंत्रियों में सीआर पाटिल, पंकज चौधरी, अनुप्रिया पटेल, बीएल वर्मा, रक्षा खडसे, प्रताप राव जाधव, शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, भूपेंद्र यादव, भगीरथ चौधरी, अन्नपूर्णा देवी, शोभा करंदलाजे, एचडी कुमारस्वामी, नित्यानन्द राय शामिल हैं।
दलित मंत्रियों में देखें तो एसपी बघेल, कमलेश पासवान, अजय टम्टा, रामदास आठवले, वीरेंद्र कुमार, सावित्री ठाकुर, अर्जुन राम मेघवाल, चिराग पासवान, जीतनराम मांझी, रामनाथ ठाकुर शामिल हैं।
वहीं, आदिवासी मंत्रियों में जुएल ओराम, श्रीपद येसो नाइक, सर्बानंद सोनोवाल शामिल हैं।