मोरना। क्षेत्र के गांव किशनपुर मे स्थित ईंट भट्टे पर बेलदारी का कार्य करने वाले मजदूर की आग में जलकर दर्दनाक मौत हो गयी। घटना के बाद भारी रोष व्याप्त हो गया। मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने सैंकड़ों की संख्या में इकठ्ठा होकर भट्टा संचालन कार्य में लापरवाही आदि के आरोप लगाते हुए हंगामा किया व तुरन्त 25 लाख के मुआवजे की मांग की।
तनाव बढ़ता देख मौके पर उपजिलाधिकारी जानसठ भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गये, जहां भट्टा संचालकों की यूनियन के पदाधिकारियों व सदस्यों आदि ने मृतक के परिजनों के बीच हुई वार्ता के बाद बनी सहमति से मुआवजा राशि तय हो गयी। और धरना प्रदर्शन समाप्त कर शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया।
थाना नई मंडी मुजफ़्फरनगर क्षेत्र के गांव तिगरी निवासी 25 वर्षीय बसन्त पुत्र पूरण प्रजापति भोपा थाना क्षेत्र के गांव किशनपुर में स्थित श्री ओम ब्रिक्स फील्ड नामक ईंट भट्टे पर कच्ची ईंटों को भट्टे में लगाने का काम करता था। रविवार की सुबह बसन्त ईन्धन झोंकने वाली भट्टी पर चाय गर्म करने के लिये गया। जैसे ही वह भट्टी के निकट पहुंचा तभी तकनीकी कमी के चलते मेन हॉल का ढक्कन टूट गया, जिससे अचानक बसन्त भट्टी में धंस गया जहां तेज आग में जलकर उसकी दर्दनाक मौत हो गयी। अन्य मजदूरों द्वारा बसन्त के शव को किसी प्रकार बाहर निकाला गया।
बसन्त की मौत की खबर सुनकर परिजन वहां पहुंचे और सैंकड़ों ग्रामीणों की भीड़ मौके पर इकठ्ठा हो गयी। परिजनों व ग्रामीणों ने भट्टा संचालक पर मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था में कमी बताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। परिजन मृतक के आश्रित के लिये 25 लाख के मुआवजे की माँग करते हुए उग्र हो गये। हंगामे की सूचना पर उपजिलाधिकारी जानसठ सुबोध कुमार भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गये।
घण्टो चली गहमागहमी के बाद ईंट भट्टा संचालकों व मृतक पक्ष की बीच हुई सहमति के अनुसार मृतक के आश्रित को दस लाख की मुआवजा राशि देने का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया।
बसन्त की शादी एक वर्ष पूर्व हुई थी। मृतक अपने पीछे पत्नी शालू माता सरला पिता पूरण सिंह, बहन सोनिया, पूजा व भाई प्रहलाद, गौरव को रोता बिलखता छोड़ गया है।