नई दिल्ली। वैष्णो देवी का टूर पैकेज दिलाने के नाम पर 50 से 60 महिला श्रद्धालुओं को ठगने वाले एक व्यक्ति को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मधुर कुमार के रूप में हुई है। आरोपी नवरात्रि और अन्य त्योहारों के दौरान महिला भक्तों को निशाना बनाता था। शाहदरा जिले के डीसीपी रोहित मीणा ने कहा कि आरोपी महिला श्रद्धालुओं को ठगने के लिए सोशल मीडिया पर मनमोहक संदेश फैलाता था।
अधिकारी ने कहा कि उन्हें इस संबंध में एक अनामिका शर्मा से शिकायत मिली। शर्मा ने पुलिस को बताया कि उसे एक फेसबुक ग्रुप पर ‘माता वैष्णो देवी’ के टूर पैकेज के बारे में एक संदेश मिला।
अधिकारी ने कहा कि टूर ऑफर बहुत ही लुभावना था यानी बस शुल्क और भोजन सहित प्रति व्यक्ति 1300 रुपये। वैष्णो देवी पहुंचने के बाद घोड़े की सेवा भी उपलब्ध होने की बात कही गई थी। शर्मा ने ऑफर लेने का फैसला किया और फेसबुक ग्रुप पर मैसेज में आरोपी द्वारा मुहैया कराए गए क्यूआर कोड पर ऑनलाइन पैमेंट कर दी।
पीड़िता ने कहा कि यात्रा का प्वाइंट शाहदरा मेट्रो स्टेशन के पास था जहां से वे एक लक्जरी बस में सवार होंगे। निर्धारित तिथि पर जब परिवादी अन्य 24 महिलाओं के साथ निर्धारित स्थान पर पहुंची तो पाया कि वहां कोई बस नहीं थी और आयोजक भी गायब था। जल्द ही देखा कि अन्य महिलाओं का एक समूह भी उसी बस की तलाश में वहां खड़ा था। उन्होंने आरोपी के नंबर पर फोन किया जो स्विच ऑफ था।
अधिकारी ने कहा कि वहां उन सभी को पता चला कि इन सभी ने धोखेबाज के एक ही मोबाइल नंबर/क्यूआर कोड स्कैनर पर राशि जमा की है और वैष्णो देवी यात्रा और दर्शन के बहाने ठगी/धोखाधड़ी की गई है। आरोपी अब तक इसी तरीके का इस्तेमाल कर कुल 50 से 60 महिला श्रद्धालुओं से ठगी कर चुका है।
पुलिस ने ठगी का शिकार हुए लोगों से घटना के संबंध में सभी जरूरी जानकारियां जुटाईं। सभी बैंक विवरणों और धोखेबाजों के नंबरों का विश्लेषण किया गया। विश्लेषण के बाद और तकनीकी सबूतों के जरिए पुलिस को ठगी करने वाले की पहचान हरियाणा के पानीपत निवासी मधुर कुमार के रूप में करने में सफलता मिली। टीम ने उसके ठिकाने पर छापेमारी कर उसे पानीपत से गिरफ्तार कर लिया।
मधुर ने पुलिस को बताया कि वह पैसा कमाना चाहता था और महिला श्रद्धालुओं को वैष्णो देवी यात्रा पर भेजने के बहाने ठगता था। उसने आगे खुलासा किया कि उन्होंने पीड़ितों को क्यूआर कोड स्कैनर साझा किया, यह क्यूआर कोड उनके साले तनु का था जो कुरुक्षेत्र में रहता है। ठगी की रकम यूपीआई के जरिए विभिन्न खातों में पहुंचाई गई। मधुर बाद में उनसे नकद में अपना हिस्सा प्राप्त करता था।
आरोपी के मोबाइल फोन से यह भी पता चला कि वह अप्रैल महीने में अगली वैष्णो देवी यात्रा की तैयारी इसी तरीके से कर रहा था।