शामली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में न्यायालय में सनी के दौरान अनुपस्थित रहने वाले आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए जाने के बावजूद भी पुलिस द्वारा आरोपीयो को थाने से छोड़े जाने के मामले में थाना अध्यक्ष की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। जहाँ पीड़ित ने संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचकर थानाध्यक्ष पर एसपी को उक्त मामले में गुमराह करने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों को शिकायती पत्र सौंपा है। पीड़ित ने अधिकारियों से उक्त मामले की उच्च स्तरीय जांच कर उक्त मामले मे आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के जाने की मांग की है।
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आपको बता दें थाना कांधला क्षेत्र के भनेड़ा निवासी सूरजवीर कलेक्ट्रेट में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे। जहाँ उसने अधिकारियों को एक शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उनका एक वाद कैराना न्यायालय में चल रहा है। जिसमें विपक्षियों द्वारा सुनवाई के दौरान लगातार अनुपस्थित रहने के कारण आरोपीयो के खिलाफ न्यायालय द्वारा गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे। जिसके बाद पुलिस करीब 9 दिन पूर्व गैर जमानती वारंट के अनुपालन में आरोपियों को गिरफ्तार कर थाने ले आई थी।
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आरोप है कि थाना प्रभारी कांधला ने आरोपियों को कुछ ही घंटे बाद थाने से भगा दिया। जिसके संबंध में थाना प्रभारी से बात की गई तो थाना प्रभारी ने चौकी प्रभारी एलम की गलती बताते हुए गाली गलौज की और कहा कि चौकी प्रभारी को आरोपी को थाने नहीं लेकर आना चाहिए था। जिसके बाद पीड़ित द्वारा उक्त मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से की गई । जिस पर पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना प्रभारी से जवाब तलब किया गया।
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थाना प्रभारी ने एसपी को गुमराह करते हुए बताया कि उक्त अपराधियों ने न्यायालय से रिकॉल करवा लिया था। जिसके चलते उन्हें छोड़ दिया गया। पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों द्वारा 10 फरवरी को न्यायालय में उपस्थित होकर रिकॉल करवाया गया है। जिससे थाना अध्यक्ष का झूठा साफ पकड़ा जा रहा है। क्योंकि थाना अध्यक्ष द्वारा पुलिस अधीक्षक से अपराधियों के रिकॉल की बात 8 फरवरी को की गई थी। जबकि आरोपियों द्वारा 10 फरवरी को रिकॉल करवाया गया है। जिससे साफ पता चलता है कि थाना अध्यक्ष द्वारा किस तरह से पुलिस अधीक्षक को भी गुमराह किया गया है। पीड़ित ने अधिकारियों से उक्त मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने व दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कठोर विभागीय कार्रवाई की मांग की है।