नई दिल्ली। पूर्वोत्तर राज्यों के तेज आर्थिक विकास के लिए अगले एक दशक में अदाणी समूह असम और अन्य पूर्वोत्तर इलाकों में एक लाख करोड़ रुपए निवेश करेगा। यह ऐलान चेयरमैन गौतम अदाणी ने शुक्रवार को किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में ‘राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ को संबोधित करते हुए अरबपति कारोबारी ने कहा कि उनका फोकस ग्रीन एनर्जी, स्मार्ट मीटर, हाइड्रो-पंप स्टोरेज, पावर ट्रांसमिशन, सड़क और राजमार्ग, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स और ह्यूमन कैपिटल डेवलपमेंट है।
यह निवेश फरवरी में ‘एडवांटेज असम 2.0’ इन्वेस्टर्स समिट में अदाणी समूह द्वारा तीन महीने पहले घोषित 50,000 करोड़ रुपए के निवेश से दोगुना है।
गौतम अदाणी ने पीएम मोदी के लिए कहा, “आपके नेतृत्व से अभिभूत और प्रेरित होकर, मैं घोषणा करता हूं कि अदाणी समूह अगले 10 वर्षों में पूर्वोत्तर में अतिरिक्त 50,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगा।”
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर राज्यों में बड़ा बदलाव आया है। 2014 के बाद यहां 6.2 लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ है और रोड नेटवर्क दोगुना होकर 16,000 किलोमीटर तक पहुंच गया है। वहीं, ऑपरेशनल एयरपोर्ट की संख्या 9 से बढ़कर 18 हो गई है।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की ‘एक्ट ईस्ट, एक्ट फास्ट, एक्ट फर्स्ट’ नीति को इस रीजन के विकास के लिए टर्निंग प्वाइंट बताया।
गौतम अदाणी ने कहा, “यह एक नीति नहीं है, बल्कि एक बड़ी सोच का हॉलमार्क है।”
लोगों को प्राथमिकता देने के दृष्टिकोण पर जोर देते हुए गौतम अदाणी ने कहा कि फिजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर से परे अदाणी समूह के निवेश में रोजगार सृजन, उद्यमिता और सामुदायिक जुड़ाव को प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने कहा, “इन्फ्रास्ट्रक्चर से ज्यादा हम लोगों में निवेश करेंगे। हर पहल में स्थानीय नौकरियों, स्थानीय उद्यमिता और सामुदायिक जुड़ाव को प्राथमिकता दी जाएगी।”
यह घोषणा अदाणी समूह को पूर्वोत्तर के आर्थिक परिवर्तन में एक प्रमुख निजी क्षेत्र के खिलाड़ी के रूप में स्थापित करती है।