नई दिल्ली: हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अडानी समूह की कम्पनियों पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए जाने के बाद इसकी कम्पनियों के शेयर लगातार टूटने से उसके बाजार पूंजीकरण में 100 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है।
वहीं अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 15 प्रतिशत टूट गया है। इसके साथ ही समूह की ज़्यादातर कम्पनियों के शेयर में जबरदस्त गिरावट देखा गया। गौरतलब है की अदाणी समूह की अदाणी एंटरप्राइजेज ने बुधबार को कंपनी ने अपने 20 हजार करोड़ रूपए के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) को वापस लेने और निवेशकों का पैसा लौटाने की घोषणा की थी। हालांकि, कंपनी के एफपीओ को मंगलवार को पूर्ण अभिदान मिल गया था। अदाणी एंटरप्राइजेज की शेयर की बिक्री को वापस लेना अडानी के लिए एक अप्रत्याशित झटका है। अडानी ने बुधवार को शेयर की बिक्री को बंद कर दिया क्योंकि मंगलवार को पूरी तरह से सब्सक्राइब किये जाने के बाद बाबजूद यूएस शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से स्टॉक रुट बढ़ गया। इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद अडानी के शेयरों में लगातार गिरावट देखी गई और अरबपति कारोबारी ने एशिया के सबसे आमिर आदमी के रूप में अपना ख़िताभ भी खो दिया।
बीएसई पर कंपनी का शेयर गुरुवार 15 प्रतिशत टूटकर 1809.40 रूपए पर आ गया। समूह की अन्य कम्पनियों का प्रदर्शन भी लगातार छठे दिन कमजोर रहा।
अडानी पोर्ट्स के शेयर में 14 फीसदी की गिरावट आई, अडानी पोर्ट्स के शेयर में 14 फीसदी की गिरावट आई, अडानी ट्रांसमिशन में 10 फीसदी, अडानीग्रीन एनर्जी में 10 फीसदी, अडानी टोटल गैस में 10 फीसदी, अडानी विल्मर में 5 फीसदी, एनडीटीवी में 4.99 फीसदी और अडानी पावर में 4.98 फीसदी की गिरावट आई। हालांकि अम्बुजा सीमेंट्स के शेयर 9.68 फीसदी और एसीसी के 7.78 फीसदी चढ़े ।