उज्जैन। उज्जैन में भगवान महाकाल की पहली सवारी सावन के पहले सोमवार (22, जुलाई) को निकलेगी। इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी। उनके अनुसार, भगवान महाकाल की पहली सवारी को देखते हुए 2000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।
साथ ही उज्जैन के सभी स्कूलों में सोमवार को अवकाश रहेगा। उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा, “सावन माह का सोमवार से आगाज हो रहा है और भगवान महाकाल की पहली सवारी भी इसी दिन निकलेगी। इस बार भगवान की कुल सात सवारियां निकलेंगी। पुलिस-प्रशासन की ओर से सुरक्षा और अन्य जरूरी इंतजाम किए गए हैं। साथ ही इस बार लाइव प्रसारण की भी व्यवस्था की गई है और मंदिर में भी सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम हैं।
उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो, इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि निर्धारित रेट लिस्ट से अधिक पैसा लेने वाले होटलों को सील किया जाएगा। साथ ही उनके पंजीयन को निरस्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं और 1 से कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे। वहीं, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि बाबा महाकाल की सवारी की सुरक्षा में दो हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।
सवारी मार्ग पर सभी गलियों की जांच की गई है। पांच ड्रोन के माध्यम से भगवान की सवारी की निगरानी की जाएगी। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि पार्किंग व्यवस्था में प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि श्रद्धालुओं से निर्धारित शुल्क से अधिक न लिया जाए। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने कहा, “अल्कोहल टेस्ट डिवाइस के माध्यम से वाहन चालकों की चेकिंग की जाएगी और यातायात के नियमों का उल्लंघन करने पर ई रिक्शा चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।