कैराना। नगर के तितरवाड़ा रोड पर नियमों की अनदेखी करते हुए आबादी के बीच मेला सजाया जा रहा है,जिसमें प्रतिबंधित मौत का कुंआ बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन अभी तक अधिकारियों की नींद नही खुली है। क्या उन्हें किसी बड़े हादसे का इंतजार है?
नगर के तितरवाड़ा रोड पर शातिर मेला संचालक द्वारा नियमों की अनदेखी कर मेला सजाया जा रहा है, जिसमे प्रतिबंध के बावजूद कई तरह के झूले, मौत कुंआ आदि लगाए जा रहे है, इस सबके बावजूद संबंधित अधाकरी उदासीन बने हुए हैं। अगर कोई बड़ा हादसा हो गया तो कौन होगा इसका जिम्मेदार।
आबादी के बीच नियमों की अनदेखी कर मेला संचालक प्रशासन को गुमराह कर अपनी परमीशन स्वीकृत कराने में कामयाब हो गया है। बोर्ड परीक्षाओं को नजर अंदाज कर मेला लगाने की अनुमति देना छात्र-छात्राओं की मेहनत पर पानी फेरने के बराबर है।क्या संबंधित अधिकारी संज्ञान लेकर कार्रवाई करेंगे?
मेले के शोर में कैसे होगी परीक्षा की तैयारियां
नगर के तितरवाड़ा रोड पर आबादी के बीचो बीच सजाए जा रहे मेले ने छात्र-छात्राओं के साथ-साथ अभिभावकों की भी चिंताएं बढ़ा दी हैं। अभिभावकों का कहना है आबादी के बीच लगाए जा रहे मेले के शोर गुल के बीच हमारे बच्चे परीक्षा की तैयारियां कैसे करेंगे। बोर्ड परीक्षा को नजर अंदाज कर संबंधित अधिकारियों मेले की अनुमति किस आधार पर दे दी वो भी आबादी के बीच।
साथ ही मेले मार्ग से बड़ी संख्या में छात्राएं प्रतिदिन स्कूल जाती हैं और परीक्षा देने के लिए भी इसी मार्ग से होकर जाना पड़ता है,जिनकी सुरक्षा भी रामभरोसे है।
प्रसिद्ध चिकत्सक बीमारी के प्रति कर रहे जागरूक
जनपद के प्रसिद्ध चिकित्सक जहां वीडियो जारी कर खसरा, दस्त आदि के संक्रमण को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं, वहीं मेला संचालक भीड़ जुटाकर संक्रमण फैलाने की तैयारियां कर रहा है। डॉक्टर अकबर खान का कहना है कि जनपद में खसरा के लक्षण तेजी से फैल रहे हैं।
खसरा रोगी को अन्य बच्चों से बिलकुल अलग रखा जाए,अन्यथा लक्षण तेजी से फैल सकते हैं, जिससे न जाने कितने बच्चे बीमारी से ग्रस्त हो सकते हैं।