साहिबाबाद। आवास विकास की जमीन को अपनी जमीन बताकर कुछ लोगों ने एडवांस में रुपये ले लिए। सिद्धार्थ विहार एनएच से लगे खसरा नंबर 195 एवं 201 की जमीन पर लोगों के संग ठगी का खेल चल रहा है। आविप की इस जमीन पर चल रही ठगी का खुलासा तब हुआ जब ठगे गए लोग अपनी शिकायत लेकर वसुंधरा स्थित आविप कार्यालय पहुंचे। विभागीय अधिकारियों ने लोगों से स्पष्ट किया कि विभाग यहां पर कोई प्लाटिंग नहीं कर रहा और यदि लोग किसी को भी यहां की जमीनों के लिए रुपयों का भुगतान करते हैं तो इसकी जवाबदेही उनके खुद की होगी।
शिकायत पर गत सप्ताह आविप की टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां दीवार खड़ी देखी, जिसे तत्काल प्रवर्तन दल द्वारा तोड़ गिराया गया। इसके साथ ही आविप अधिकारियों ने विभाग की जमीन पर दीवार खड़ी करने एवं लोगों के साथ ठगी करने के लिए अनजान लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। गत दो माह में सात लोग विभाग में अपनी शिकायत लेकर पहुंचे हैं।
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बयाने के नाम पर किसी ने दो लाख तो किसी ने पांच लाख रुपये तक की राशि ठगों को दे दी। बयाना लेकर जब ठग गायब हो गए तो शिकायतकर्ता आवास विकास कार्यालय पहुंचे और अपने साथ हुई ठगी के बारे में बताया।
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निर्माण खंड दो के अधिशासी अभियंता विकास गौतम ने बताया कि लोगों ने किसी को पैसा दिया या नहीं इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती। फिलहाल लोगों को स्पष्ट कर दिया गया कि यहां विभाग की जमीन है और इस पर न तो प्लाटिंग की जा रही है और न ही अभी ऐसी कोई योजना है। ऐसे में किसी के भी बहकावे में आकर पैसा देने से पूर्व विभागीय अधिकारियों से जरूर संपर्क करें। अधिशासी अभियंता विकास गौतम ने बताया कि कई वर्ग मीटर जमीन पर कुछ लोगों ने चार दीवारी करा दी थी। इसके तोड़ गिराया गया है और यहां विभाग के नाम का बोर्ड लगा दिया गया है ताकि लोग भ्रमित न हों।