नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले दो-तीन दिनों में भारी बारिश के बाद हवा की गुणवत्ता में थोड़ा सुधार देखने को मिला था। लेकिन, अब दिल्ली की हवा फिर से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, रविवार सुबह 7 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 223 दर्ज किया गया।
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सुबह के समय शहर में हल्की धुंध रही और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में एक्यूआई कुछ इस प्रकार था: ओखला फेज 2 में 245, अलीपुर में 202, रोहिणी में 271, आईटीओ में 243, अशोक विहार में 251, शादीपुर में 222, मुंडका में 270, जहांगीरपुरी में 288, नरेला में 191, डीटीयू में 140, आर.के. पुरम में 252, आनंद विहार में 287, पूसा में 238 और पंजाबी बाग में 214। शनिवार को हुई बारिश के कारण कुछ समय के लिए हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ था।
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लेकिन, अब फिर से यह स्वास्थ्य के लिए खतरे वाली श्रेणी में आ गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पिछले 24 घंटों में दिल्ली में 41.2 मिमी बारिश हुई, जो 101 सालों में दिसंबर महीने की एक दिन की सबसे अधिक बारिश है। केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता निगरानी पैनल ने शुक्रवार को लगातार बारिश और अच्छे मौसम की स्थिति को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन योजना (ग्रैप) के चरण III के उपायों को हटाने का निर्णय लिया। ये प्रतिबंध 16 दिसंबर को लगाए गए थे।
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बारिश के बाद थोड़ी राहत मिली, लेकिन फिर से ‘बहुत खराब’ एक्यूआई का बढ़ना सर्दियों के दौरान वायु गुणवत्ता से जुड़ी समस्याओं को दर्शाता है। सीपीसीबी का एक्यूआई पैमाना ‘अच्छा’ (0-50) से लेकर ‘गंभीर प्लस’ (450 से ऊपर) तक होता है। अधिकारियों ने आम लोगों से बाहरी गतिविधियों को कम करने और सर्दी बढ़ने के साथ सतर्क रहने की सलाह दी है। साथ ही वायु गुणवत्ता की निरंतर निगरानी और निवारक उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया है।