गाजियाबाद। तीस लाख में घर बेचने के बाद विक्रेता उसी घर में किरायेदार बन गए। इसके बाद कुछ महीने तक तय किराये का भुगतान किया। किराया देना बंद कर दिया। मकान के नए खरीदार ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी ने मकान पर कब्जा करते हुए अपने बेटे के नाम पर मकान की रजिस्ट्री कराने और जान से मरवाने की धमकी दे डाली। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
संविधान की प्रस्तावना में ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द शामिल किए जाने के खिलाफ याचिकाएं खारिज
क्रॉसिंग रिपब्लिक ग्रामीण स्थित आम्रपाली इम्पायर निवासी सोमा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उन्होंने साहिबाबाद के मेन श्यामपार्क में 55 गज में बने चार मंजिला मकान को 30 लाख रुपये में खरीदा था। इसके लिए उन्होंने दो बैंक खातों से भुगतान किया था। बताया कि मकान बेचने वाली वेदना पंडित पत्नी विनय पंडित ने उसी मकान में किराये पर रहने की बात कही। किराया नामा तैयार कर पीड़िता ने 24 हजार रुपये प्रतिमाह किराया तय किया और मकान में उन्हें बतौर किरायेदार रहने दिया।
आरोप है कि कुछ दिनों तक किराये का भुगतान करने के बाद वेदना पंडित ने किराया देना बंद कर दिया। जब सोमा देवी किराया देने को कहा तो आरोपी महिला ने दबाव बनाना शुरू किया। इसके साथ ही परिवार को जान से मरवाने की धमकी देते हुए मकान की रजिस्ट्री अपने बेटे के नाम कराने का दबाव बनाया। एसीपी साहिबाबाद रजनीश उपाध्याय ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।