नई दिल्ली। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने मंगलवार को मुस्लिम समुदाय से वक्फ कानून के खिलाफ विरोध करने के लिए बुधवार को 15 मिनट के लिए लाइट बंद रखने का आह्वान किया है। एआईएमपीएलबी ने लोगों से अपील की है कि वे वक्फ कानून में हाल ही में किए गए संशोधनों के विरोध में 30 अप्रैल को रात 9:00 बजे से 9:15 बजे तक अपने घरों, दफ्तरों और व्यवसायों की लाइटें बंद रखें। एक बयान में कहा गया है कि संशोधित वक्फ अधिनियम विवादास्पद, भेदभावपूर्ण और संविधान के विपरीत है।
एआईएमपीएलबी ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “हम सभी साथी नागरिकों, विशेष रूप से मुसलमानों, अल्पसंख्यक समुदायों, हाशिए पर पड़े और वंचित वर्गों, नागरिक समाज आंदोलनों और सभी न्याय-पसंद लोगों से अपील करते हैं कि वे इस सरकारी अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ एकजुट हों और 30 अप्रैल को रात 9 बजे सिर्फ 15 मिनट के लिए अपने घरों, दुकानों, कार्यालयों और व्यावसायिक केंद्रों की लाइटें बंद करके एकजुटता दिखाएं।” मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता और वक्फ सुरक्षा अभियान के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. एसक्यूआर इलियास ने कहा कि हालांकि यह कार्यक्रम प्रतीकात्मक है, लेकिन यह विरोध की एक शक्तिशाली अभिव्यक्ति के रूप में काम करेगा। मुस्लिम संगठन ने 30 अप्रैल को जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन और मानव श्रृंखला कार्यक्रम की योजना बनाई है। इस अभियान के तहत देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
अलग-अलग शहरों में बड़ी-बड़ी जनसभाएं की जा रही हैं, साथ ही साथी नागरिकों और नागरिक समाज के साथ गोलमेज बैठकें भी की जा रही हैं। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी लोगों से वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन को बढ़ावा देने के लिए अपने घरों की लाइटें बंद करने का आग्रह किया है। हैदराबाद से एआईएमआईएम के सांसद ने कहा कि यह अधिनियम भारत के संविधान, विशेषकर मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है और वक्फ बोर्ड के कामकाज में हस्तक्षेप करता है। इससे पहले एक सार्वजनिक संबोधन में ओवैसी ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रखने की कसम खाई थी, जब तक कि इसे वापस नहीं ले लिया जाता।