चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने रविवार को पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से अपील की कि वह चंडीगढ़ पुलिस को राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री लालचंद कटारुचक के खिलाफ एक दलित युवक का यौन शोषण करने का मामला दर्ज करने और उसे गिरफ्तार करने का निर्देश दें। मजीठिया ने अपने पत्र में कहा है कि चूंकि पंजाब के मंत्री का अश्लील वीडियो पुरोहित को सौंपा गया है। पुरोहित यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक भी हैं और वह इस मामले में उचित कार्रवाई कर सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि चूंकि वीडियो की प्रामाणिकता चंडीगढ़ पुलिस द्वारा फोरेंसिक जांच के बाद साबित हुई है, इसलिए यह मंत्री के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए उपयुक्त है। मजीठिया ने इसके अलावा मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की, ताकि कटारुचक के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के ‘प्यार’ और पीड़ित के प्रति नफरत की वजह सबके सामने आ सके।
उन्होंने राज्यपाल और सभी विपक्षी दलों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि कटारुचक को विधानसभा में बैठने की अनुमति न दी जाए। यह मुद्दा पंजाब के दलित वर्ग के एक सदस्य के लिए न्याय सुनिश्चित करने से भी जुड़ा है।
राज्य के संवैधानिक प्रमुख के रूप में कटारुचक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना भी आपका कर्तव्य है, ताकि यह स्पष्ट संदेश जाए कि समाज के किसी भी वर्ग का शोषण नहीं किया जा सकता।
मजीठिया ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा, “इस प्रक्रिया में आप आबादी के उस वर्ग के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा भी करेंगे, जिसकी आवाज को अक्सर दबा दिया जाता है। इसके अलावा, आप पंजाबियों के बचाव में आगे आएंगे जो बेहद परेशान हैं और मामले में न्याय दिलाने के लिए आप पर भरोसा कर रहे हैं।”
मजीठिया ने कहा कि मंत्री के यौन शोषण से संबंधित अश्लील वीडियो राज्यपाल को 1 मई को मिल गया था, जिसके बावजूद आप सरकार कटारुचक के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत से बेखबर रही।
उन्होंने कहा कि पुरोहित ने चंडीगढ़ के पुलिस महानिदेशक को वीडियो की फॉरेंसिक जांच कराने और रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था। बाद में रिपोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया कि वीडियो प्रामाणिक था और किसी भी तरह से छेड़छाड़ नहीं की गई थी।