लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट कर पीडीए का अर्थ समझाया। इसके साथ ही कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सब इससे जुड़ें।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट के माध्यम से लिखा कि पीडीए मूल रूप से पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक के शोषण, उत्पीड़न व उपेक्षा के खिलाफ उठती हुई चेतना व समान अनुभूति से जन्मी उस एकता का नाम है, जिसमें हर वर्ग के वे सब लोग भी शामिल हैं, जो मानवता के आधार पर इस तरह की नाइंसाफी के खिलाफ हैं। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सब इससे जुड़ें।
सपा अध्यक्ष ने बीते दिनों एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को पीडीए हराएगा। उन्होंने कहा था कि जिस तरह 2014 में भाजपा का आगमन हुआ था, ठीक वैसे ही 2024 में भाजपा की विदाई हो जाएगी।
हालांकि, इसे लेकर मायावती सपा पर निशाना साध चुकी हैं। उन्होंने पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) की अपने ही ढंग से परिभाषा की है। उन्होंने सपा पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए का राग अलापा जा रहा है। इन वर्गों के अति कठिन समय में भी केवल तुकबंदी के सिवा और कुछ नहीं है।
मायावती ने कहा कि इनके पीडीए का वास्तव में अर्थ परिवार दल एलाइंस है, जिसके स्वार्थ में यह पार्टी सीमित है। इसलिए, इन वर्गों के लोग जरूर सावधान रहें।
अखिलेश यादव ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भी ट्वीट कर लोगों को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई और शुभकामनाएं! योग तन, मन और आत्मा के एकात्म का वो योग है, जो स्वयं को स्वयं से जोड़ता है और व्यक्तित्व का विकास करके अन्य से भी जुड़ने की प्रेरणा देता है।