लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के साथ यूपी में किसानों की बदहाली शुरू हो गई है। इन्होंने जो वादे किए उनमें एक भी वादा पूरा नहीं किया। संकल्प पत्र में जो वचन दिए उसे भूल गए।
सपा मुखिया अखिलेश ने बुधवार को अपने जारी बयान में कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणाएं भी हवाई हो गई हैं। किसान पूरी तरह अनाथ है। किसान की आय 2023 तक दोगुनी करने का वादा जोर शोर से प्रसारित किया गया था। 6 साल की राज्य की और 9 साल की केंद्र सरकार के दौर में भी इस वादे पर अमल नहीं हुआ। भाजपा ने किसानों को बहकाने के लिए हरेक के खाते में दो-दो हजार रुपए जमा करने का भी खूब प्रचार किया पर हकीकत में तमाम किसानों से उसकी वसूली के सख्त आदेश आ गए।
सपा मुखिया ने कहा कि आज किसान अपनी फसल की लागत भी नहीं निकाल पा रहा है। गेहूं की खरीद के लिए सरकारी क्रय केंद्रों में घोर अव्यवस्था दिखाई देती है। कई जगह तो क्रय केंद्र खुलते ही नहीं। जहां क्रय केन्द्र खुले है वहां भी किसी न किसी बहाने गेहूं की किस्म को लेकर आपत्तियां लगा दी जाती है। बिचौलिए और बहुराष्ट्रीय कम्पनियां सांठगांठ का फायदा उठाकर किसानों का गेहूं औने पौने दाम पर खरीद लेती है। कायदे से सरकारी खरीद एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) कभी नहीं मिलता। किसान के गेहूं की ठीक से सरकारी खरीद नहीं हो रही है। भाजपा सरकार ने प्राइवेट कम्पनियों से किसानों का गेहूूं खरीदवा दिया अब वही कम्पनियां लोंगो को मंहगा आटा बेचेंगी।
अखिलेश ने कहा कि बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से किसान को जो नुकसान हुआ उसका तो भाजपा सरकार ने संज्ञान लिया नहीं। इधर अग्निकांडो ने किसान की कमर तोड़ दी है। सैकड़ो बीघा गेहूं की फसल नष्ट हो गयी। बहुत से किसानों के लिए खाने तक के लिए एक दाना अनाज का नहीं बचा है। शादी व्याह के लिए एकत्रित सामान भी जलकर खाक हो गया।