देहरादून। उत्तराखंड में भारी बारिश और तबाही से जूझ रहे लोगों को अभी बरसात से राहत नहीं मिलने वाली है। राज्य में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश को लेकर 14 अगस्त के लिए रेड, ऑरेंज और 17 अगस्त तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस चेतावनी को लेकर सभी जिला अधिकारियों और आपदा विभाग को अलर्ट पर अलर्ट मोड पर रखा गया है। बरसात का कहर आगे भी जारी रहेगा। प्रदेश भर में 02 राष्ट्रीय और 02 बॉर्डर मार्ग सहित कुल 158 सड़कें अवरुद्ध हैं।
देहरादून सहित राज्य भर में देर रात से शुरू बारिश का सिलसिला रविवार दोपहर तक रुक-रुक कर जारी है। असमान पूरी तरह से बादलों से पटा हुआ है। लगातार हो रही बारिश से तापमान में गिरावट आने से मौसम में ठंडेपन का प्रभाव बना हुआ है। लगातार हो रही बारिश से सड़कें बंद होने और खुलने का सिलसिला जारी है। बारिश के चलते मार्ग खोलने में दिक्कतें आ रही हैं।
मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान में आज और अगस्त से 14 अगस्त के लिए राज्य में देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, चंपावत, नैनीताल,उधम सिंह नगर जिले में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं अत्यंत भारी से बहुत भारी बारिश के तीव्र दौर को लेकर येलो अलर्ट और हरिद्वार जिले के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उत्तरकाशी, चमोली,रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़,बागेश्वर और अल्मोड़ा के लिए येलो अलर्ट 14 अगस्त तक है। राज्य भर में सभी जिलों के लिए 15 से 17 अगस्त के लिए गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया हैं। इस दौरान संवेदनशील में भूस्खलन और चट्टान गिरने की संभावना है। इसके साथ ही निचले इलाकों में जल भराव की स्थिति और कच्चे घरों को नुकसान हो सकता है। नदी नालों के पास रहने वालों लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
राज्य आपदा परिचालन केंद्र के अनुसार प्रदेश में 02 राष्ट्रीय और 02 बॉर्डर व 09 राज्य मार्ग सहित कुल 158 सड़कें अवरुद्ध हैं। टिहरी जिले में ऋषिकेश- चम्बा-धरासू राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-94) कुंजनपुरी के समीप और ऋषिकेश-देवप्रयाग-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 07 (एनएच-58) तोताघाटी, कोडियाला, व्यासी व शिवपुरी के अवरुद्ध हैं। पिथौरागढ़ जिले में दो बॉर्डर मार्ग बाधित हैं। बंद मार्गों को खोलने की कार्रवाई की जा रही है।
आपदा सचिव डॉ. रंजीत सिन्हा ने बताया कि 14 अगस्त तक रेड अलर्ट जारी है। राज्य में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और प्रशासन की अन्य टीम अलर्ट पर है। इसके अलावा दो हेलिकॉप्टर भी लगी है। कहीं भी कोई दिक्कत आती है तो उससे निपटने के लिए टीमें पूरी तरह से तैयार हैं।